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गेट मीटिग में निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग

रेलवे के प्लांट डिपो कारखाना के इंजीनियरिग कारखाना स्थित संचरनाशाला अनुभाग एवं वेल्डिग प्लांट फ्लैश बट के कार्यों को निजीकरण किए जाने को लेकर चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान के तीसरे दिन बुधवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 12:02 AM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 07:04 AM (IST)
गेट मीटिग में निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग
गेट मीटिग में निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रेलवे के प्लांट डिपो कारखाना के इंजीनियरिग कारखाना स्थित संरचनाशाला अनुभाग एवं वेल्डिग प्लांट फ्लैश बट के कार्यों को निजी हाथों में सौंपने के विरोध में बुधवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने ट्रैक मशीन अनुभाग में गेट मीटिग की। कर्मियों ने कहा मार्किंग, पंचिग, आक्सीकटिग, पीएफ शेड बनाने, ग्राइंडिग और लोडिग अनलोडिग कार्य को निजी हाथों में सौंप दिया गया है। सरकार ने कर्मियों की उपेक्षा की है। केंद्रीय संगठन मंत्री बीबी पासवान ने कहा कार्य का निजीकरण कर दिए जाने से रेल कर्मियों में रोष व्याप्त है। यूनियन ठेकेदारी प्रथा नहीं चलने देगी। फैसला वापस नहीं लिया तो दस अगस्त को कार्य करते हुए काला दिवस मनाया जाएगा। आल इंडिया रेलवे एससीएसटी एम्प्लाइज एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष महेंद्र कुमार ने कहा काफी दिनों का बना गार्डर ब्रिज को काटकर स्क्रैप बनाकर बेचा जा रहा है। साथ ही ठेकेदार के श्रमिक गलत तरीके से आक्सीटिग प्लेट को भी स्क्रैप बनाकर बेच रहे हैं। एसपी सिंह, शंकर प्रसाद, सुल्तान अहमद, एके उपाध्याय, अनिल सिंह, मोहन राम, बीबी सिंह, शंकर राम, केदारनाथ तिवारी, रामचंद्र यादव, राजेंद्र प्रसाद, रामजी, शिवसकल आदि उपस्थित रहे।

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