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प्लान : जिदगी के साथ रोजगार पर गहराया संकट

जागरण संवाददाता चंदौली बाइस लाख की आबादी वाले जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अप्रैल

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 10:23 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 10:23 PM (IST)
प्लान : जिदगी के साथ रोजगार पर गहराया संकट
प्लान : जिदगी के साथ रोजगार पर गहराया संकट

जागरण संवाददाता, चंदौली : बाइस लाख की आबादी वाले जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अप्रैल माह में बढ़ गई है। 11 दिन में 720 मरीज मिल चुके हैं। इससे लोग सशंकित हैं। जिदगी के साथ ही रोजगार पर भी खतरा मंडराने लगा है। इसको देखते हुए एल-2 अस्पताल को सक्रिय करने के साथ ही टीकाकरण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

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मार्च के दूसरे पखवारे से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी। इस दौरान इक्का-दुक्का मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि अप्रैल के दस्तक देते ही संक्रमण बेलगाम हो गया। कोरोना की रफ्तार के सामने सारी कवायद नाकाफी साबित हो रही है। जनपद में पिछले 11 दिन में 720 मरीज मिल चुके हैं। जैसे-जैसे सैंपलिग बढ़ रही है, उसी अनुपात में संक्रमित भी मिल रहे हैं। इससे खलबली मची है। हालांकि चुनौती को देखते हुए जिला प्रशासन पहले ही अलर्ट हो गया है। कोरोना संक्रमण के बचाव और मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था कर ली गई है। हालांकि अभी अधिकांश संक्रमितों को होम आइसोलेशन में ही रहने की छूट दी जा रही। वहीं कई मरीज एल-टू अस्पताल में भी भर्ती कराए जा रहे हैं।

सक्रिय हुआ कोविड कंट्रोल सेंटर, बढ़ी निगरानी

कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएमओ दफ्तर स्थित कोविड कंट्रोल सेंटर को सक्रिय कर दिया गया है। यहां तैनात अधिकारी-कर्मचारी होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को फोनकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही उन्हें बचाव व खान-पान को लेकर सलाह भी दे रहे हैं। जिला अस्पताल में बनाए गए 20 बेड के एल-टू अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय स्थित 45 बेड के एल-टू अस्पताल को भी एक-दो दिनों में चालू कर दिया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो सीएचसी भोगवारा व धानापुर के एल-वन अस्पताल भी चालू कर दिए जाएंगे। तीन हजार से अधिक सैंपल की जांच पेंडिग

जिले में नियमित एक हजार से 1500 संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजा जाता है। हालांकि इसकी रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ रहा। सामान्य तौर पर सैंपल की रिपोर्ट दूसरे अथवा तीसरे दिन मिलती है। जिले के लगभग तीन हजार से अधिक सैंपल की रिपोर्ट अभी पेंडिग है।

फैक्ट्रियों में बनाए गए कोविड हेल्प डेस्क

कोरोना काल में चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में जनजीवन के साथ ही रोजगार पर भी खतरा मंडराने लगा है। हालांकि अतिपिछड़े जिले के रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित कारखानों में कामकाज चल रहा है। कोरोना से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर कोविड हेल्पडेस्क बनाए गए हैं। यहां फैक्ट्री में काम करने के लिए आने वाले कामगारों की थर्मल स्कैनिग व सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। ताकि संक्रमण न फैलने पाए।

जिले में वैक्सीन की 16 हजार डोज

जिले में कोरोना वैक्सीन की 16 हजार डोज शनिवार को आई थी। फिलहाल, वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है। रोजाना लगभग तीन से चार हजार लोगों को टीका लगाया जा रहा है। अभी करीब एक सप्ताह तक वैक्सीनेशन के लिए जिले में डोज उपलब्ध है।

वर्जन ----------

'कोरोना मरीजों के इलाज, वैक्सीनेशन आदि की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग संक्रमण से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि लोगों को भी सावधानी बरतनी होगी। कोविड प्रोटोकाल का पालन करें और सुरक्षित रहें।

डाक्टर डीके सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी


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