दुर्घटना का सबब बनी पुल की क्षतिग्रस्त रेलिग
पचवनिया गांव स्थित छलका पुल की क्षतिग्रस्त रेलिग दुर्घटना का सबब बन गई है। निर्माण के दौरान सुरक्षा के लिहाज से लोहे की पाइप लगाया गया था लेकिन कुछ माह बाद चोर उच्चकों की भेंट चढ़ गया। सम्बंधित महकमा अथवा जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। चकिया-चंदौली मार्ग पर पचवनियां गांव के पास छलका पुल पर लगे लोहे की रेलिग पिछले कई वर्षों से क्षतिग्रस्त है। छलका पुल से होकर पचवनिया कोदोचक इंदरपुरवां बियासड़ तियरी
जासं, चकिया (चंदौली) : पचवनिया गांव स्थित छलका पुल की क्षतिग्रस्त रेलिग दुर्घटना का सबब बन गई है। निर्माण के दौरान सुरक्षा के लिहाज से लोहे की पाइप लगाया गया था लेकिन कुछ माह बाद चोर उच्चकों की भेंट चढ़ गया। सम्बंधित महकमा अथवा जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
चकिया-चंदौली मार्ग पर पचवनियां गांव के पास छलका पुल पर लगे लोहे की रेलिग पिछले कई वर्षों से क्षतिग्रस्त है। छलका पुल से होकर पचवनिया, कोदोचक, इंदरपुरवां, बियासड़, तियरी, बेदौली, चंडीपुर, अम्मर डहिया सहित दर्जन भर गांव के लोगों का आवागमन होता है। कमोवेश यही स्थिति समीप स्थित सिकंदरपुर गांव को जाने वाले पुल की बनी हुई है। रेलिग क्षतिग्रस्त होने से लोग आए दिन नहर में गिरकर घायल होते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, क्षतिग्रस्त रेलिग की मरम्मत कराने को विभाग सहित तहसील व जिला प्रशासन, सांसद, विधायक से फरियाद की गई। बावजूद इसके क्षतिग्रस्त रेलिग की मरम्मत नहीं हो सकी। ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त रेलिग की अविलंब मरम्मत कराने की मांग की है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप