मिक्सर लिफ्टर में उतरा करेंट, मजदूर की मौत, तीन झुलसे
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : कृष्णा नगर कालोनी में शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे निर्माणाधीन मकान की
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : कृष्णा नगर कालोनी में शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे निर्माणाधीन मकान की छत ढलाई के बाद वापस जा रही मिक्सर लिफ्टर मशीन हाईटेंशन तार को छू गई। करेंट उतरने से मीरजापुर जनपद निवासी चार मजदूर झुलस गए। निजी अस्पताल ले जाते समय एक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, जबकि तीन का उपचार कराया जा रहा है। साथी शव को अपने साथ लेकर गांव चले गए। जानकारी के बाद कोतवाली पुलिस शव को वापस मंगाकर कार्रवाई में जुट गई। घटना से मोहल्ले में सनसनी फैल गई।
कृष्णा नगर कालोनी में एक व्यक्ति ने छत की ढलाई कराने को मिक्सर लिफ्टर मशीन मंगाई थी। इस पर काम करने वाले मजदूर मीरजापुर जनपद के जमालपुर थाना अंतर्गत रेरूपुर और पिरखी के निवासी थे। कार्य समाप्त होने के बाद सभी वापस लौट रहे थे। कालोनी में ही एक जगह मशीन के कल पुर्जे अलग करने लगे। इसी दौरान मशीन में लगा लोहे का रॉड ऊपर से गुजरे हाईटेंशन विद्युत तार को छू गया। करेंट उतरने से चार मजदूर रेरुपुर निवासी अमरनाथ (40), सुक्खू (38) और पिरखी के धर्मेंद्र (36) व फुलेंद्र (39) झुलस गए। आनन-फानन में सभी को निजी अस्पताल ले जाया गया। रास्ते में ही अमरनाथ ने दम तोड़ दिया। अन्य का निजी अस्पताल में इलाज करवाया गया। चौकी प्रभारी मनोज तिवारी ने बताया कि मिक्सर लिफ्टर में करेंट उतरने से एक मजदूर की मौत हो गई है जबकि तीन झुलस गए हैं। मृतक अमरनाथ के घरवाले और साथी बगैर पुलिस को सूचना दिए शव को अपने साथ ले गए। उनसे संपर्क कर शव के साथ कोतवाली पहुंचने को कहा गया है। पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद खलबली मच गई। मौके पर काफी लोग इकट्ठा हो गए। घटना को लेकर पुलिस बेखबर
नगर में इतनी बड़ी घटना घटी एक मजदूर की मौत और तीन झुलस गए। चंधासी पुलिस पिकेट घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर है, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। यूं कहें कि पूरे मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया। जिस निर्माणाधीन घर की छत ढलाई को मशीन मंगाई गई थी उसके मालिक ने भी पुलिस को सूचना नहीं दी। तकरीबन आठ घंटे तक चंधासी चौकी और पीडीडीयू नगर कोतवाली पुलिस कयास की लगाती रही। मृतक के परिवार वाले शव को अपने साथ लेकर चले भी गए लेकिन खाकी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। यह सुस्ती महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।