कोरोना बेलगाम, 62 से 2321 हुए सक्रिय केस
जागरण संवाददाता चंदौली अप्रैल में बेलगाम हुआ कोरोना मार्च में हद में था। फरवरी में मरीजो
जागरण संवाददाता, चंदौली : अप्रैल में बेलगाम हुआ कोरोना मार्च में हद में था। फरवरी में मरीजों के मिलने का सिलसिला शून्य तक पहुंच चुका था। मार्च के दूसरे पखवारे में रोजाना दो-चार मरीजों के मिलने का क्रम शुरू हुआ। हालांकि अप्रैल की तपिश के साथ ही कोरोना का रौद्र रूप शुरू हो गया। कभी 150 तो कभी 300 मरीज मिलने शुरू हुए। वहीं रोजाना मौतें भी होने लगीं। मरीजों की बढ़ती तादाद के सामने स्वास्थ्य विभाग के सारे इंतजाम ध्वस्त होने लगे हैं। आक्सीजन के लिए मारामारी है तो अस्पताल में बेड न मिलने से संक्रमित दम तोड़ रहे हैं। संक्रमण की इस रफ्तार के लिए कोरोना की दूसरी लहर तो जिम्मेदार है ही, वैक्सीन आने के बाद लोग भी बेपरवाह हो गए। शासन की सख्ती के बाद चेहरे पर मास्क दिखाई दे रहे हैं, वरना 90 फीसद लोग बिना मास्क के ही सार्वजनिक स्थानों पर टहल रहे थे। इससे संक्रमण फैलने के लिए अनुकूल माहौल मिला और अप्रैल में कोरोना ने जो रफ्तार पकड़ी है, उससे अब सभी खौफजदा हैं। अप्रैल के आंकड़े हैरान करने वाले हैं। 22 लाख की आबादी वाले जिले में पिछले 11 दिनों में 2904 मरीज मिल चुके हैं। सक्रिय केस की संख्या 2321 है। मृतकों की संख्या बढ़कर 93 हो चुकी है। 31 मार्च तक जिले में सक्रिय केस महज 62 और मृतकों की संख्या 68 थी। अप्रैल में संक्रमितों की संख्या तारीख मरीज मौतें
21 अप्रैल 271 01
20 अप्रैल 452 02
19 अप्रैल 335 04
18 अप्रैल 328 04
17 अप्रैल 143 05
16 अप्रैल 357 01
15 अप्रैल 203 00
14 अप्रैल 336 02
13 अप्रैल 75 00
12 अप्रैल 145 00
11 अप्रैल 214 00
10 अप्रैल 45 02 बरतें सावधानी
जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डाक्टर संजय कुमार बताते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए सावधानी ही एकमात्र उपाय है। ऐसे में लोगों को खानपान व रहन-सहन को लेकर सतर्क होना होगा। ठंडे पेय पदार्थ का सेवन न करें। पौष्टिक और प्रोटीनयुक्त आहार लेते रहें। शरीर का आक्सीजन मापते रहें। मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करें। किसी तरह की दिक्कत महसूस होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।