आठ माह में ध्वस्त हुआ सामुदायिक शौचालय
जासं, सकलडीहा (चंदौली) : लंबे अरसे से ग्रामीणों की मांग पर कस्बा में बने सामुदायिक शौचालय क
जासं, सकलडीहा (चंदौली) : लंबे अरसे से ग्रामीणों की मांग पर कस्बा में बने सामुदायिक शौचालय की अब उन्हें ही कद्र नहीं है। नागेपुर प्रधान ने •ारूरत को समझते हुए आठ माह पूर्व डीपीआरओ के सहयोग से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया। लेकिन ग्रामीणों के सहयोग न मिलने से शौचालय उपयोगिता के लायक नही रहा। लोगों की नासमझी ही अब उनकी परेशानी का सबब बन गयी है।
इतने बड़े सकलडीहा बाजार में आठ माह पूर्व तक न ही सार्वजनिक शौचालय था और न ही पेयजल की सु²ढ़ व्यवस्था। बाजार के व्यापारियों व खरीदारों को इन बुनियादी सुविधाओं के लिए अच्छी-खासी जलालत झेलनी होती थी। लोगों की आवश्यकता को समझते हुए नागेपुर ग्राम प्रधान सुरेंद्र यादव ने डीपीआरओ के सहयोग से सकलडीहा इंटर कालेज के सामने सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया। टॉयलेट के साथ ही टंकी व समर्सिबल पंप की व्यवस्था की गई। यहां तक एक स्वीपर भी तैनात कर दिया गया। एक-दो रुपए लेकर वह साफ-सफाई के साथ ही अपना जीवकोपार्जन करता। लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। लोग शौचालय का भरपूर उपयोग तो करने लगे, लेकिन इसकी व्यवस्था के लिए एक-दो रुपए देने से गुरेज करने लगे। स्वीपर द्वारा टोकने पर नौबत मारपीट तक आ गयी। लिहाजा स्वीपर जिम्मेदारी छोड़ भाग निकला। आज शौचालय में गंदगी का यह आलम है कि उसके अंदर घुसना भी किसी मुसीबत से कम नही। वहीं व्यापारियों व खरीदारों की समस्या जस की तस बनी हुई है। बहरहाल व्यापारियों ने अधिकारियों से समस्या से निदान की गुहार लगाई है। ग्राम प्रधान सुरेंद्र यादव ने कहा कई बार शौचालय की सफाई अपने खर्चे पर करवाई। लेकिन यह नियमित उपयोगिता का स्थान है। इसका निदान हमेशा के लिए आवश्यक है।