सर्दी से बच्चों को हो सकता है कोल्ड डायरिया, बरतें सावधानी
वनगावां (चंदौली) सर्दी में बच्चों में कोल्ड डायरिया निमोनिया खांसी त्वचा रोग आदि का प्रकोप बढ़ जाता है।
जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : सर्दी में बच्चों में कोल्ड डायरिया, निमोनिया, खांसी, त्वचा रोग आदि का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। धूल और गंदगी से छोटे बच्चों को दूर रखें। इससे उन्हें सांस की समस्या के साथ दस्त भी हो सकता है। यह बातें चिकित्साधिकारी डाक्टर मणिकेश प्रताप सिंह ने कहीं। वे गुरुवार को शिशु देखभाल सप्ताह के टेकारी गांव में ग्रामीणों को जागरूक कर रहे थे।
उन्होंने ने कहा, शिशुओं की सेहत का खास ख्याल रखें और घर में पूरी सफाई हो तो आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा। छोटे बच्चों को रोज नहलाने के बजाए हर दूसरे दिन गर्म पानी में साफ्ट एंटीबैक्टीरियल लिक्विड डालकर उसमें नर्म तौलिया भिगोकर उनका शरीर साफ कर दें। बड़े बच्चों को रोज गुनगुने पानी से नहलाएं। हल्की ठंड को नजरअंदाज बिल्कुल न करें। बच्चे को हमेशा मोजे और गर्म कपड़े पहना कर रखें। नवजात शिशु के हाथ-पांव व सिर को ढंक कर रखें। यदि आप मालिश कर रहे हैं, तो इसके लिए गुनगुना तेल का उपयोग करें। अगर संभव हो तो मालिश धूप में ही करें। सुबह के वक्त बच्चे को गर्म कपड़े पहनाकर थोड़ी देर के लिए धूप में रखें। उसे ताजी हवा और विटामिन-डी दोनों मिलेंगे। अगर आपका बच्चा सात माह से अधिक का है और वह खाना खाता है, तो उसे ठंडी चीजें न खिलाएं। साथ ही उसे बासी खाना या ठंडा खाना भी न दें। चिकित्सक अरविद पांडेय ने कहा, नवजात शिशु को कम से कम छह माह तक मां स्तनपान अवश्य कराएं। मां का दूध शिशुओं के लिए स्वास्थ्य वर्धक है। समय पर टीकाकरण भी जरूर कराएं। मौजूदा समय में दिन में धूप व रात में हल्की ठंड पड़ रही है। ऐसे में बच्चों को स्वेटर के नीचे सूती कपड़े जरूर पहनाएं।