कक्षा तीन, पांच व आठ की होगी बोर्ड परीक्षा
जागरण संवाददाता चंदौली नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय स्कूलों के पठन-पाठन में व्यापक बद
जागरण संवाददाता, चंदौली : नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय स्कूलों के पठन-पाठन में व्यापक बदलाव होगा। कक्षा तीन, पांच और आठ के बच्चों की बोर्ड परीक्षा कराई जाएंगी। कक्षा छह से व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत होगी। वहीं 2025 तक सभी बच्चों को बुनियादी साक्षरता और अंकगणित में दक्ष बनाने की योजना है। बेसिक शिक्षा परिषद के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने गाइडलाइन जारी करते हुए विभागीय अधिकारियों को इस दिशा में काम करने के निर्देश दिए हैं।
शासन ने परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने की रणनीति बनाई है। इसके तहत सबसे पहले ड्रापआउट बच्चों का स्कूल में दाखिला दिलाने पर जोर दिया जा रहा है। परिषद की योजना है कि 2025 तक परिषदीय स्कूलों के सभी बच्चों को बुनियादी सारक्षता व अंकगणित में दक्ष बनाया जाए। कक्षा तीन, पांच और आठ के बच्चों की बोर्ड परीक्षा कराई जाए। साथ ही कक्षा छह के बाद व्यावसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रम बच्चों को पढ़ाए जाएं। स्कूलों में डिजिटल पुस्तकालय भी विकसित किए जाएंगे। पाठ्यक्रम का बोझ कम किया जाएगा। वहीं बच्चों को शैक्षिक के साथ व्यावहारिक शिक्षा देकर जीवन में सफल बनाने की कोशिश की जाएगी। ताकि आगे चलकर बच्चों को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। दरअसल, परिषदीय स्कूलों को सुविधा संपन्न बनाया जा रहा है लेकिन शिक्षा प्रणाली में कोई विशेष सुधार नहीं हो रहा। इसके चलते अभी भी लोगों का रुझान कान्वेंट स्कूलों के प्रति अधिक है। शासन ने परिषदीय स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में पहल शुरू कर दी है। इसके लिए 2025 तक का लक्ष्य रखा गया है। कोशिश की जा रही है कि परिषदीय स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को इतना बेहतर और कारगर कर दिया जाए कि लोग कान्वेंट स्कूलों को भूलकर बच्चों का दाखिला सरकारी विद्यालयों में कराएं।
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' शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए परिषद की ओर से नई शिक्षा नीति जारी कर दी गई है। शिक्षकों को महानिदेशक के आदेश से अवगत कराया दिया गया है। स्कूलों में नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए