डायरिया से बालक की मौत, एक दर्जन भर्ती
डायरिया का प्रकोप क्षेत्र में तेजी से बढता ही जा रहा है। इसे रोकने में स्वास्थ्य महकमा नाकाम साबित हो रहा है। ककरैत गाँव में बुधवार की सांयकाल डायरिया की चपेट में आने से एक बालक की मौत हो गई। वहीं आधा दर्जन लोग का इलाज पास के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इससे गांव में दहशत फैल गया है।
जागरण संवाददाता, कंदवा (चंदौली) : डायरिया का प्रकोप क्षेत्र में तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। इसे रोकने में स्वास्थ्य महकमा नाकाम साबित हो रहा है। ककरैत गांव में बुधवार की सांयकाल डायरिया की चपेट में आने से एक बालक की मौत हो गई। वहीं आधा दर्जन लोग इलाज को पास के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इससे गांव में दहशत फैल गया है। गुरुवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने टीम संग गांव का निरीक्षण कर पीड़ितों में दवा का वितरण किया। टीम ने डायरिया फैलने का मुख्य कारण गांव में साफ-सफाई का प्रबंध न होना और दूषित पेयजल को बताया। कहा पानी उबालकर पीए कोई परेशानी हो तो पास के सरकारी चिकित्सालय में तत्काल इलाज कराएं।
गांव में डायरिया फैलने के कारण एक दर्जन लोग बीमार हो गए हैं। बुधवार की सांयकाल विनोद का पुत्र अंशु (2) अचानक बीमार हो गया। हालत खराब होने पर परिजन इलाज को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान अंशु की मौत हो गई। साथ ही प्रमोद शर्मा (31), बृजेश गौड़ (21), बृज किशोर गुप्ता(24), दिनेश गुप्ता(34), मीरा देवी(26), विनोद शर्मा (21) सहित कई का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोशन (7), रोहित(9), इसरावती देवी(60), रामसुधार साव(45) आदि पीड़ितों में दवा का वितरण किया। गांव में पहुंची चिकित्सकों की टीम
ककरैत में डायरिया फैलने की जानकारी पर एडिशनल सीएमओ नीलम ओझा स्वास्थ्य कर्मियों की टीम के संग गांव पहुंची। गांव का भ्रमण कर डायरिया फैलने की जानकारी ली। टीम को गांव में साफ सफाई का अभाव व हैंडपंपों का दूषित पानी मिला। ग्रामीणों को इससे बचाव की जानकारी दी। कहा साफ सफाई व खान पान पर विशेष ध्यान दें। साफ सफाई को मिलने वाली धनराशि की जानकारी ली। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रितेश कुमार, डा. गौरव नंदन, डा. सूर्य प्रकाश, रूपेंद्र यादव, इंद्र कला ¨सह, सुदामा आदि उपस्थित थे।