जीटीआर ब्रिज की पटरी पर बिछाई गईं ईटें क्षतिग्रस्त
जीटीआर ब्रिज के किनारे लोगों को चलने के लिए बनाई गई पटरी का इन दिनों कहीं अता-पता नहीं है। पटरी पर बिछाईं गईं ईंटें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। ऐसे में राहगीरों को सड़क पर आवागमन करना पड़ता है। अगर ब्रिज पर जाम की स्थिति बन जाती है तो राहगीर उबड़ खाबड़ पटरी के रास्ते से गुजरते हैं।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली): जीटीआर ब्रिज के किनारे लोगों को चलने के लिए बनाई गई पटरी गायब हो गई है। पटरी पर बिछाईं गईं ईंटें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। ऐसे में राहगीरों को सड़क पर आवागमन करना पड़ता है। ब्रिज पर जाम की स्थिति बनने पर राहगीर उबड़ खाबड़ पटरी के रास्ते से गुजरते हैं। ऐसे में किसी राहगीर का पैर फिसल जाए तो वह कई फीट गहराई में जा गिरेगा। लोगों के आवागमन को जीटीआर ब्रिज बनाया गया है। इसके दोनों किनारों पर पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए ईंट बिछाकर पटरी बनाई गई थी। पहले जीटीआर ब्रिज के उत्तरी पटरी के नीचे मलिन बस्ती थी। प्रशासन ने बस्ती को हटवाकर वाहन स्टैंड बना दिया। अब इस समय ब्रिज के किनारे बिछाई गईं ईंटों का कहीं पता ही नहीं चलता है। आलम यह है कि जीटीआर ब्रिज के ऊपर से अगर लोगों को नीचे पहुंचना हो तो मशक्कत करनी पड़ती है। स्थिति यह है कि जगह जगह ऊबड़ खाबड़ रास्ते बन गए हैं। बारिश होने पर स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। फिसलन व कीचड़ के कारण लोगों के नीचे गिरने का भय बना रहता है। लोगों ने बताया कि पटरी को ठीक नहीं किया गया तो बड़ी घटना घट सकती है।