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अपात्र को पीएम सम्मान निधि का लाभ, अब भी वंचित हैं पात्र

जागरण संवाददाता वनगावां (चंदौली) किसान सम्मान निधि की नौवीं किस्त शीघ्र यहां के किसानों के

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 08:09 PM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 08:09 PM (IST)
अपात्र को पीएम सम्मान निधि का लाभ,  अब भी वंचित हैं पात्र
अपात्र को पीएम सम्मान निधि का लाभ, अब भी वंचित हैं पात्र

जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : किसान सम्मान निधि की नौवीं किस्त शीघ्र यहां के किसानों के खाते में आएगी। इस निधि को पाने से सैकड़ों पात्र किसान अब भी वंचित हैं। वहीं अपात्र व आयकर दाताओं के खाते में यह राशि जा रही है। विभाग इनसे दी गई धनराशि की वसूली भी नहीं करा पा रहा है। अपात्रों से वसूली की फाइल जिला प्रशासन को सौंपने का विभाग ने दावा किया है।

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जनपद में 2.5 लाख किसान पंजीकृत हैं। ब्लाक स्तर पर शिविर लगाकर चलाए गए अभियानों के बावजूद सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का समुचित लाभ पाने से अन्नदाता वंचित है। पात्र किसान तक यह आर्थिक मदद पहुंच सके इसमें प्रशासनिक तंत्र की उदासीनता बाधा बन रही है। वहीं केंद्रीय स्तर पर आनलाइन आवेदन की कमियों को दूर करने के उपाय भी बताए गए हैं। किसान सम्मान निधि कम रकबा वाले किसानों के लिए उम्मीद की किरण है। तकरीबन 60 प्रतिशत किसान दो हेक्टेयर से कम खेती वाले हैं। इनकी पैदावार भी बेहद सीमित है। फसल के लिए समय पर खाद, बीज, जोताई और सिचाई पर होने वाले व्यय में नियमित अंतराल पर मिलने वाली छह हजार रुपये वार्षिक सहायता बड़ा सहारा साबित होती है।

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- तीन साल बाद भी नहीं हुआ सुधार

2019 में लागू हुई योजना के इतने दिन बीतने के बाद इसकी खामियों को दूर नहीं किया जा सका है। प्रति वर्ष दो हजार रुपये की तीन किस्तों में किसान को छह हजार रुपये सालाना मिलता है। योजना की शुरुआत में सिर्फ दो लाख किसानों को यह लाभ मिला। अप्रैल में आठवीं किस्त जारी की गई थी।

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- जांच में 384 लाभार्थी मिले अपात्र

विभाग ने लाभार्थियों की जांच की तो जिले में सम्मान निधि का लाभ लेने वाले 20 हजार लाभार्थियों की जांच में 384 किसान भूमिहीन, मृतक, पेंशन धारक या आयकर दाता पाए गए हैं। इनकी अपात्रता की सूचना निदेशालय भेजे जाने का दावा कृषि विभाग की ओर से किया गया है। वहीं अपात्रों से रिकवरी की प्रक्रिया के बाबत विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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वर्जन-

'' जिला प्रशासन को अपात्रों की सूची सौंपी गई है। राजस्व विभाग की ओर से यह वसूली की जानी है। विभाग ने इसकी सूचना कृषि निदेशालय और शासन को भी भेजा है। पात्रों को सम्मान निधि का लाभ दिलाया जाएगा।''

बसंत कुमार दुबे, जिला कृषि अधिकारी


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