खेतों में बर्बाद हो रही ऑस्ट्रेलियन स्ट्राबेरी की फसल
वैश्विक महामारी में सैयदराजा विधायक सुशील सिंह कई परिवारों के लिए मददगार साबित हो रहे। उनकी मदद से कई घरों में चूल्हे जल रहे हैं। विधायक अपने सहयोगियों के जरिए क्षेत्र में जरूरतमंदों की सूची तैयार करा रहे हैं। हर गरीब व जरूरतरमंद तक मदद पहुंचाने का संकल्प लिया है।
जासं, सैयदराजा (चंदौली) : पारंपरिक खेती से इतर नकदी फसलों के लिए मशहूर मानिकपुर गांव के किसान खेतों में तैयार आस्ट्रेलियन स्ट्राबेरी की फसल सूखने से परेशान हैं। कारण उपज को वाराणसी की मंडियों में नहीं पहुंचा पा रहे हैं। जल्दी लॉकडाउन नहीं हटा तो फसल पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी।
चकिया क्षेत्र के फिरोजपुर गांव निवासी अनिल मौर्य ने एमए की पढ़ाई करने के बाद सैयदराजा के मानिकपुर गांव में पेशगी पर पांच बीघा जमीन लेकर प्रयोग के तौर पर स्ट्राबेरी की खेती शुरू की। उपज को वाराणसी की मंडियों में ले जाकर बेचना शुरू किया। उन्हें कृषि लागत से चार गुना अधिक मुनाफा हुआ। इनसे प्रेरित होकर अन्य किसानों ने भी आस्ट्रेलियन स्ट्राबेरी की खेती शुरू कर दी। फसल तैयार होने पर वाराणसी की मंडी में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे थे लेकिन लॉकडाउन ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। वाराणसी में बाहरियों के आने-जाने पर मनाही होने के चलते फसल खेतों में ही पड़ी है। मई माह में बढ़ता तापमान और तेज धूप नुकसानदेह साबित हो रही है। फसल सूखने लगी है, किसानों की मानें, तो यदि जल्द उपज मंडी में नहीं पहुंची तो खेत में ही सूख कर नष्ट हो जाएगी।