जांच में कोरमपूर्ति का आरोप, ग्रामीण लामबंद
विकास कार्यों की जांच में मंडल स्तरीय अधिकारियों द्वारा कोरम पूर्ति किए जाने से नाखुश पचवनियां गांव के लोग रविवार को लामबंद हो गए। गांव स्थित पंचायत भवन पर इकट्ठा हुए ग्रामीण शासन प्रशासन विरोधी नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे विधायक प्रतिनिधि अश्वनी दुबे ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
जासं, चकिया (चंदौली) : विकास कार्यों की जांच में मंडल स्तरीय अधिकारियों द्वारा कोरम पूर्ति किए जाने से नाखुश पचवनियां गांव के लोग रविवार को लामबंद हो गए। गांव स्थित पंचायत भवन पर इकट्ठा हुए ग्रामीण प्रशासन विरोधी नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे विधायक प्रतिनिधि अश्वनी दुबे ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप रहा कि शनिवार की देर शाम पंचायती विभाग वाराणसी मंडल के अधिकारी पंचायत भवन पर पहुंचे। ग्रामीणों को बगैर सूचना के पहुंचे अधिकारी ने ग्राम प्रधान व सचिव को बुलाकर शौचालय व आवास का सत्यापन मौखिक तरीके से कर कुछ ही समय में चलते बने। बताया कि ग्राम पंचायत के 40 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को शौचालय योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। जिस किसी को मिला भी है तो ग्राम प्रधान द्वारा अपने स्तर से बनवाकर कोरमपूर्ती कर दी गई है। जिसका उपयोग ग्रामीण नहीं कर पाते। शौचालय योजना में धन के बंदरबाट की शिकायत ब्लाक मुख्यालय पर एडीओ पंचायत सतेन्द्र श्रीवास्तव से किए जाने के बाद कोई समुचित उत्तर मिलने के बजाय टालू नीति अपना दी गई। आरोप लगाया कि एडीओ पंचायत के ढुलमुल नीति के चलते शौचालय योजना का लाभ पात्र गरीबों को नहीं मिलने की उम्मीद है। विधायक प्रतिनिधि ने आक्रोशित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ दिलाया जाएगा। प्रदर्शन में कृष्णा चौहान, चंद्रबली, शेखर चौहान, क्रांति चौहान, महेश कुमार आदि ग्रामीण शामिल थे।