मतदान के बाद प्रत्याशियों की जीत हार पर कयास
मतदान समाप्त होने के बाद अब बारी नतीजों की है। ईवीएम में कैद लोक सभा क्षेत्र के 13 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला तो 23 मई को होगा लेकिन जनता की अदालत में तो बहस अभी से शुरू हाग गई है। चट्टी चौराहों और चाय पान की अड़ियों पर लोग वोटों का गुणा भाग करने लगे हैं। एग्जिट पोल भी जिच का कारण बना हुआ है। वैसे जानकारों ने भाजपा और गठबंधन के बीच सीधे मुकाबले पर मुहर लगा दी है।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : मतदान समाप्त होने के बाद अब बारी नतीजों की है। ईवीएम में कैद लोक सभा क्षेत्र के 13 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला तो 23 मई को होगा लेकिन जनता की अदालत में तो बहस अभी से शुरू हो गई है। चट्टी चौराहों और चाय पान की अड़ियों पर लोग वोटों का गुणा भाग करने लगे हैं। एग्जिट पोल भी जिच का कारण बना हुआ है। वैसे जानकारों ने भाजपा और गठबंधन के बीच सीधे मुकाबले पर मुहर लगा दी है।
सुभाष नगर मोहल्ले के प्रवेश द्वार पर बसी सरदार चाय की अड़ी पर सोमवार को राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों का जुटान हुआ तो उम्मीद के मुताबित चुनाव परिणाम पर बतकही शुरू हुई। कुल्हड़ की चाय खत्म होने से पहले बहस में तब्दील हो गई। गठबंधन और भाजपा समर्थक जीत के दावे करने लगे। बहस लंबी हुई तो बहसबाजों की संख्या में भी इजाफा होने लगा। कोई हार मानने को तैयार नहीं। एग्जिट पोल के नतीजों को भी सिरे से खारिज कर दिया गया। गठबंधन समर्थकों ने ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ दिया। जवाब आया कि नतीजों को झुठलाने से कुछ नहीं होने वाला 23 मई को इस पर मुहर भी लग जाएगी। दरअसल मतदान के ठीक बाद नतीजों को लेकर छिड़ी बहस समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही। नेता और समर्थक अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं। हर अड़ी पर नया सांसद चुना जा रहा है। वैसे तो जानकार मुख्य मुकाबला भाजपा और गठबंधन के बीच ही मान रहे हैं। लेकिन कांग्रेस समर्थित जनअधिकार मंच की उम्मीदवार का दावा भी एक सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता।
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