आज पूजे जाएंगे आदि शिल्पी भगवान विश्वकर्मा, तैयारी पूरी
जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर (चंदौली) जनपद में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा पूजा को लेकर गुरुवार को तैयारी अंतिम दौर में रही। इसके मद्देनजर नगर में चहल पहल बढ़ गई है। लोग उत्साह के साथ पूजा की तैयारी को अंतिम रूप दे रहे हैं। पूजा को लेकर साफ-सफाई हो चुकी है। वहीं रेलवे के कैरेजविभाग टीआरडी बिजली विभाग फिल्टर हाउस आदि जगहों पर भगवान विश्वकर्मा की भव्य पूजा की जाएगी। पूजा को लेकर मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। महंगाई के बावजूद लोगों की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। पिछले वर्ष की अपेक्षा मूर्तियों के मूल्य में वृद्धि हुई है। एक हजार से 2500 रुपये तक की मूर्तियों की बुकिग की गई है। कोरोना नियम का पालन होगा। मान्यता है कि विधिवत पूजन करने से घर व दुकान में सुख समृद्धि आती है।17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा होगी। इस दिन पूजा करने से व्यापारियों को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : जनपद में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा पूजा को लेकर
गुरुवार को तैयारी अंतिम दौर में रही। इसके मद्देनजर नगर में चहल पहल बढ़ गई है। लोग उत्साह के साथ पूजा की तैयारी को अंतिम रूप दे रहे हैं। पूजा को लेकर साफ-सफाई हो चुकी है। वहीं रेलवे के कैरेजविभाग, टीआरडी, बिजली विभाग, फिल्टर हाउस आदि जगहों पर भगवान विश्वकर्मा की भव्य पूजा की जाएगी। पूजा को लेकर मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। महंगाई के बावजूद लोगों की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। पिछले वर्ष की अपेक्षा मूर्तियों के
मूल्य में वृद्धि हुई है। एक हजार से 2500 रुपये तक की मूर्तियों की बुकिग की गई है। कोरोना नियम का पालन होगा। मान्यता है कि विधिवत पूजन
करने से घर व दुकान में सुख समृद्धि आती है।17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा होगी। इस दिन पूजा करने से व्यापारियों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसको लेकर विभिन्न स्थानों पर विश्वकर्मा पूजा की तैयारी गुरुवार को जारी रही। विभिन्न प्रतिष्ठानों, दुकानों, गैराज, कल-कारखाने आदि जगहों पर साफ सफाई पूरी हो गई है। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोरोना को लेकर लोगों में जोश की कमी साफ झलक रही है। रेलवे द्वारा विभिन्न कल कारखाने स्थापित किए गए हैं। इनमें
विश्वकर्मा पूजा किए जाने की वर्षों पुरानी परंपरा रही है। इसके लिए
विभिन्न कारखानों में तैयारी पहले से शुरू कर दी जाती है। कारखानों में
भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत उनका पूजन अर्चन किया जाता है। साथ ही विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। वहीं नगर में भी लोहे व कल पुर्जो से संबंधित चलने वाले कारखानों में भी धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया जाता है। इसके लिए कारखानों को आकर्षक ढंग से सजाकर उसमें भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति स्थापित की जाती है। पूजा-पाठ करने के बाद प्रसाद का वितरण भी किया जाता है। इस दिन मशीनों को बंद रखकर उनकी भी पूजा की जाती है। पर्व को लेकर तैयारी अंतिम दौर में पहुंच गई है।