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चंदौली में बांधों से 49 हजार क्यूसेक पानी गया छोड़ा

72 घंटे में हुई चहुंओर बारिश का असर बांधों पर भी पड़ा है। नौगढ़, मूसाखांड़, चंद्रप्रभा बांधों के भर जाने से लतीफ शाह बीयर उफना गया है। चार फिट पानी गिरने से निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। सोनभद्र में हुई भीषण बारिश का पानी बाधों में पहुंचने से लावालब बांध को सुरक्षित रखने के ²ष्टिगत 49 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। ¨सचाई इंजीनियरों ने सुरक्षा के ²ष्टिगत कर्मियों को अलर्ट कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 09:19 PM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 09:19 PM (IST)
चंदौली में बांधों से 49 हजार क्यूसेक पानी गया छोड़ा
चंदौली में बांधों से 49 हजार क्यूसेक पानी गया छोड़ा

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : 72 घंटे में हुई चहुंओर बारिश का असर बांधों पर भी पड़ा है। नौगढ़, मूसाखांड़, चंद्रप्रभा बांधों के भरने से लतीफशाह बीयर उफना गया है। चार फिट पानी गिरने से निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। सोनभद्र में हुई भीषण बारिश का पानी बाधों में पहुंचने से लबालब बांध को सुरक्षित रखने के ²ष्टिगत 49 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। ¨सचाई इंजीनियरों ने सुरक्षा के ²ष्टिगत कर्मियों को अलर्ट कर दिया है।

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चंदौली के साथ ही पास-पड़ोस के जिले में भी इन दिनों भारी बारिश हो रही है। सोनभद्र में हुई बारिश के कारण चंद्रप्रभा बांध का लेवल तेजी से ऊपर आ गया है। नौगढ़ एवं मूसाखांड़ बांध में पहाड़ों पर हुई बारिश का एक-एक बूंद पानी जमा होने से इंजीनियर अलर्ट हो गए हैं। बांधों के लबालब होने से पानी डिसचार्ज किए जाने का निर्णय लिया गया है। इंजीनियरों के आदेश के क्रम में चंद्रप्रभा बांध से छह हजार क्यूसेक, मूसाखांड़ से 20 हजार क्यूसेक, नौगढ़ बांध से 23600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। ¨सचाई विभाग के सूत्रों के मुताबिक चंद्रप्रभा में 771 फिट, मूसाखांड़ में 353 फिट, नौगढ़ बांध में 896 फिट पानी भरा हुआ है। पानी के बढ़ते लेवल के ²ष्टिगत ही पानी डिसचार्ज किए जाने का आदेश जारी है। इंजीनियर खुद पानी के लेवल पर नजर बनाए हुए हैं। बांधों की स्थिति प्रति घंटा खुद अधिशासी अभियंता चेक कर रहे। दरअसल, उनसे भी वाराणसी एवं शासन में बैठे अधिकारी मांग रहे हैं। चंद्रप्रभा बांध में जलस्तर बढ़ने से मुजफ्फरपुर बीयर से पानी उफान मारने लगा है। नदी किनारे रहने वाले लोगों के माथे पर ¨चता की लकीरे स्पष्ट नजर आने लगीं हैं।


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