समूह उत्थान के लिए सखी बनाएंगी कार्ययोजना
सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए गंभीरता के साथ प्रयास कर रही है। महिलाओं को हुनरमंद बना कर उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए जनपद में कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। बीसी सखी विद्युत सखी के बाद अब महिलाओं को समूह सखी बनाया जाएगा।
बुलंदशहर, जेएनएन। सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए गंभीरता के साथ प्रयास कर रही है। महिलाओं को हुनरमंद बना कर उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए जनपद में कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। बीसी सखी, विद्युत सखी के बाद अब महिलाओं को समूह सखी बनाया जाएगा।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने जिले की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संचालित योजनाओं को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। मिशन से जुड़े अफसर योजनाओं को मूर्त रूप देकर महिलाओं के लिए रोजगार सृजन कर रहे हैं। मिशन अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में समूह सखी की तैनाती करेगा। स्वयं सहायता समूह की पढ़ी लिखी सदस्यों में से समूह सखी का चयन किया जाएगा। मिशन ने इंटेंसिव ब्लाक में समूह सखी के लिए 65 महिलाओं का चयन कर लिया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में समूह सखी के चयन के बाद माह में समूह की चार बैठक और अन्य कार्य कराने की जिम्मेदारी के लिए मानदेय प्रदान किया जाएगा। समूह सखी को 800 रुपये से लेकर 1200 रुपये मानदेय मिलेगा।
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ये हैं इंटेंसिव ब्लाक
अनूपशहर, पहासू, शिकारपुर, खुर्जा, सिकंदराबाद
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बोली महिलाएं
अब समूह को आगे बढ़ाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं संचालित कर रही है।
- सोनिया देवी, चयनित समूह सखी
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समूह सखी के लिए महिलाओं का चयन कर उनको घर पर ही रोजगार देने की अच्छी व्यवस्था है। महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनेंगी।
- बबली , चयनित समूह सखी
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इन्होंने कहा.
इंटेंसिव पांच ब्लाक में समूह की बैठक कराने और अन्य काम कराने के लिए महिलाओं को समूह सखी बनाया जाएगा। समूह सखी को मानदेय भी दिया जाएगा।
- साहित्य प्रकाश मिश्रा
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पांच ब्लाक में समूह सखी के लिए 65 महिलाओं का चयन कर लिया गया है। चयनित समूह सखी को प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा।
- अभिषेक गोस्वामी, प्रबंधक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन