छह डिग्री पहुंचा तापमान, कंपकपाने पर मजबूर हुए लोग
जेएनएन बुलंदशहर पश्चिमी विक्षोभ के चलते जिले पर मंडरा रहे बूंदाबांदी के बादल भले ही छट गए हो लेकिन गिरता पारा कड़ाके की ठंड का अहसास करा रहा है। जिसकी वजह से लोगों की कपकपी छुट रही है। हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम साफ होने और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी होने की संभावना जताई है।
जेएनएन, बुलंदशहर : पश्चिमी विक्षोभ के चलते जिले पर मंडरा रहे बूंदाबांदी के बादल भले ही छट गए हो, लेकिन गिरता पारा कड़ाके की ठंड का अहसास करा रहा है। जिसकी वजह से लोगों की कपकपी छुट रही है। हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम साफ होने और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी होने की संभावना जताई है।
दरअसल, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर नजर आ रहा है। नए साल के पहले दिन आसमान में बदली छाई। दिन में धूप खिली, लेकिन अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 19 और न्यूनतम तापमान छह डिग्री रिकार्ड किया गया। ऐसे में खिली धूप राहत नहीं दे पाई। तापमान नीचे आने से मौसम में ठिठुरन बढ़ी रही। घरों में हीटर, ब्लोअर और अलाप जलने लगे। मौसम विज्ञानी डा. रामानंद पटेल के अनुसार मौसम के बदलते मिजाज के कारण सापेक्षिक आद्रता नीचे आ रही है। जिसकी वजह से धुंध का असर कम हो रहा है। प्रभावित हुई ²श्यता सुधरने लगी है। हालांकि सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा भी छा रहा है। अब आने वाले दिनों में धीरे-धीरे आसमान साफ हो जाएगा। न्यूनतम तापमान में इजाफा होने से ठंड का असर कुछ होगा।
लापरवाही बरतने पर हो जाएंगे बीमार
सर्दी के तेवर देख चिकित्सक लोगों को सचेत कर रहे हैं। चिकित्सक डा. नीरज सिघल का कहना है कि ठंड बढ़ रही है। इस मौसम में लापरवाही बरतना भारी पड़ जाएगा। सर्दी की चपेट में आकर बीमार कर सकते हैं। इसलिए लोग सचेत रहे। मुफलर, टोपी आदि पहनकर सिर को ढंक कर रखे। फुल बाजी का स्वेटर पहने रहें। सुबह-शाम के समय सैर न करें। खाने में गर्म चीजों का इस्तेमाल बढ़ा दें।