उमा भारती ने दी विधायक के भाई को श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि मन वचन क्रम जीवन के मूल आधार है। जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है। किंतु असमय होने वाली मृत्यु के प्रति संवेदना बढ़ना मानवीयता है। इसी बात को ध्यान रखते हुए जीवन के हर पल की कीमत को समझकर कार्य करना चाहिए। यही जीवन का मूल सार है।
जेएनएन, बुलंदशहर। पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि मन, वचन, क्रम जीवन के मूल आधार है। जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है। किंतु असमय होने वाली मृत्यु के प्रति संवेदना बढ़ना मानवीयता है। इसी बात को ध्यान रखते हुए जीवन के हर पल की कीमत को समझकर कार्य करना चाहिए। यही जीवन का मूल सार है।
सोमवार को गांव बिरौली स्थित पंडित सियाराम शर्मा कालेज आफ एजूकेशन में आयोजित सभा में राजीव शर्मा (राजू भैया) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी उमा भारती ने कहा कि राजीव शर्मा को वे निकट से जानती थी। उनके मन में सदैव सेवा की भावना रहती थी। छल, कपट, स्वार्थ से वह कोसो दूर रहने के कारण ही प्रभु ने उन्हें अपने चरणों में स्थान प्रदान कर हम सभी से दूर बुला लिया है। उन्होंने राजीव शर्मा के बच्चों व पत्नी से भी मुलाकात कर प्रभु गोवर्धन की अराधना करने को कहा, जिससे उनके दुख दूर होने के साथ ईश्वर के प्रति आस्था बढ़े। पूर्व केंद्रीय मंत्री संघप्रिय गौतम ने राजीव शर्मा के असमायिक निधन पर दुख व्यक्त किया। कहा, यह उनकी व्यक्तिगत क्षति है। इस मौके पर क्षेत्र के कई आश्रम से आए संत समाज ने दिवंगत आत्म शांति के लिए ईश्वर से आध्यात्मिक प्रार्थना की। संस्कृत के विद्वान देवेंद्र वशिष्ठ शास्त्री ने संस्कृत के मंत्रोच्चारण के साथ शांति पाठ पढ़ा। इस मौके पर राज्य मंत्री अनिल शर्मा, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन, जिलाध्यक्ष अनिल शिशौदिया, पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक मुंशी लाल गौतम, डीके शर्मा, लक्ष्मीराज सिंह, ठा. गिरराज सिंह, कांग्रेस नेता श्यौपाल सिंह, देवेंद्र भारद्वाज, चेयरमैन मनोज गर्ग, चेयरमैन गोपाल शर्मा, शरद त्रिवेदी, मनोज शास्त्री, भूपेंद्र रावल, कृष्ण कांत वाष्र्णेय आदि अनेक लोग मौजूद रहे।