'मुगल गार्डन' का दीदार करना हो तो नुमाइश में आइए
नुमाइश मैदान के बैरन हॉल और रविंद्र नाट्यशाला पौधों की सुगंध से महक रहा है।
संसू, बुलंदशहर: नुमाइश मैदान के बैरन हॉल और रविंद्र नाट्यशाला पौधों की सुगंध से महक रहा है। जहां नुमाइश लोक कला तो रंग-बिरंगे पौधे दिल्ली के मुगल गार्डन का प्रतिबिंब पेश कर रहे हैं। यहां कई किस्म के पौधे लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। पौधों की सुगंध लोगों को मदहोश कर रही है।
दिल्ली के मुगल गार्डन का दीदार करने की उत्सुकता देशवासियों से लेकर विदेशियों को भी रहती है। सर्दियों के मौसम में सीमित समय के लिए खुलने के कारण हर कोई गार्डन की खूबियों और अनुभव से रूबरू नहीं हो पाता है, लेकिन जिला मुख्यालय पर लगने वाली नुमाईश में मुगल गार्डन के दर्शन किए जा सकते हैं। यहां कई किस्म के पौधे लोगों को दीवाना बना रहे हैं। नुमाइश पहुंच रहे लोग गमले में पौधों की फोटो भी खींचने में आगे हैं। परिसर के दाईं व बाईं ओर ब्लाक में लगी फुलवारी भी निराली छटा बिखेरे हुए हैं।
एक्को क्लाइनम से एस्टर तक की सुगंध
एक्को क्लाइनम, एस्टर, बोची काम, कार्नेशन, क्राई जेर्स्थनम, पेंजी, गैमूलौप्सिस डायएन्थस, डिमार्क कोथिका, लार्कस्पर, लिप्टोसिन, डार्क फ्लावर, गजीनिया, रेनूक्लश, जिरेनियम, पुनसतिया, क्रेसुला, ल्यूपिन, एराकेरिया, पान, क्रोटन, साइकस आदि पौधे निराली छटा बिखेर रहे हैं। सभी पौधे बैरन हॉल और र¨वद्र नाट्यशाला के आस-पास गमलों में लगाए गए हैं।
सेल्फी का लें आनंद
पौधे बैरन हाल और र¨वद्र नाट्यशाला की सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। वहीं लोग पौधों की हरियाली के साथ सेल्फी ले रहे हैं। युवा और महिलाओं में सेल्फी को लेकर खूब क्रेज है। ऐसे में फूलों की खुशबू और सुंदरता लोगों को प्रकृति का अनुभव भी करा रही है।
इन्होंने कहा..
जिला प्रदर्शनी समिति के सहयोग से नुमाईश परिसर में पौधे लगाने की कवायद काफी दिनों से चल रही है। पौधों की खूबसूरती और सुगंध लोगों को आकर्षित भी कर रही है।
- डा. धीरेंद्र ¨सह, जिला उद्यान अधिकारी