सूदखोरों की गिरफ्तारी नहीं, पीड़ित को सता रहा जान का डर
देहात कोतवाली क्षेत्र के भूड़ चौराहे पर चाय की दुकान करने वाले एक परिवार ने सूदखोरों के डर के कारण जहर खाया था। तीन सूदखोरों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है। आरोपितों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने के कारण पीड़ित को अपनी जान का डर सता रहा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही सूदखोरों की गिरफ्तारी की जाएगी। मूल रूप से गांव काहिरा के रहने वाले बलबीर उसकी पत्नी रामवती और बेटे दिन्नी उर्फ दीपक ने 19 अक्टूबर की रात जहर खा लिया था।
जेएनएन, बुलंदशहर : देहात कोतवाली क्षेत्र के भूड़ चौराहे पर चाय की दुकान करने वाले एक परिवार ने सूदखोरों के डर के कारण जहर खाया था। तीन सूदखोरों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है। आरोपितों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने के कारण पीड़ित को अपनी जान का डर सता रहा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही सूदखोरों की गिरफ्तारी की जाएगी।
मूल रूप से गांव काहिरा के रहने वाले बलबीर, उसकी पत्नी रामवती और बेटे दिन्नी उर्फ दीपक ने 19 अक्टूबर की रात जहर खा लिया था। तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर रामवती की मौत हो गई थी। बलबीर और उसके बेटे को मेरठ में उपचार के दौरान बचा लिया था। बलबीर को 21 अक्टूबर को होश आया तो पुलिस ने उसके बयान लिए। बयानों में उसने बताया कि उसने गांव के ही नेत्रपाल पुत्र धनपाल, योगेंद्रपाल पुत्र सरजीत, देवेश पुत्र योगेंद्र पाल से 50 हजार रुपये करीब दो साल पहले उधार लिए थे। इसकी एवज में सूदखोरों ने बलबीर पर अब लगभग ब्याज लगाकर नौ लाख रुपये बैठा दिए। बलबीर पैसा नहीं दे पाया तो आरोपितों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। बलबीर के घेर पर भी कब्जा कर लिया गया। इस मामले में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने के कारण पीड़ित डरा हुआ है। उसे डर है कि वह उसके साथ कोई बड़ी अनहोनी न कर दे। पीड़ित ने थाने में पहुंचकर गुहार लगाई है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। देहात कोतवाली प्रभारी नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सूदखोरों भागे हुए है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। तलाश चल रही है। -----सर्वेंद्र