ऊर्जा निगम कर्मियों का धरना जारी
जीपीएफ और सीपीएफ में हुए घोटाले के विरोध में मंगलवार को भी ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दफ्तर पर विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन यूपी पावर कारपोरेशन संयुक्त संघर्ष कमेटी व यूपी बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में विद्युत कर्मचारियों का धरना जारी रहा।
बुलंदशहर, जेएनएन: जीपीएफ और सीपीएफ में हुए घोटाले के विरोध में मंगलवार को भी ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दफ्तर पर विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन, यूपी पावर कारपोरेशन संयुक्त संघर्ष कमेटी व यूपी बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में विद्युत कर्मचारियों का धरना जारी रहा। कर्मचारियों ने मांगे नहीं मानने पर आंदोलन में तेजी लाने की चेतावनी दी।
विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के मुख्य महामंत्री गोपाल कृष्ण गौतम ने कहा कि जीपीएफ और सीपीएफ की रकम कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई है। इसको सरकार को देना ही होगा। जिलाध्यक्ष संजीव तेवतिया ने कहा कि घोटाला करने वाले पर कार्रवाई से भरपाई नहीं होगी। रकम की रिकवरी सरकार करती रहेगी। हमें अपने खाते में पैसा चाहिए। जिला सचिव प्रदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। विनोद, अजय सोनल चौधरी और अतुल सिंह आदि ने भी विचार रखे। संयुक्त संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू सक्सेना ने कहा कि कर्मचारियों के पीएफ के घोटाला सरकार की उदारीकरण और निजीकरण की नीतियों की देन है। बिजली कर्मचारियों की पीएफ राशि को चोर कंपनी के हवाले कर दिया। सुरेश चंद शर्मा ने कहा कि पीएफ ट्रस्ट के संचालन और देखरेख की जिम्मेदारी जिन बिजली अधिकारियों की थी उन्होंने ही जीपीएफ और सीपीएफ के रुपये में घोटाला कर बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ गद्दारी की है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि घोटाले के विरुद्ध कर्मचारियों ने जैसे ही आवाज उठाना शुरू किया ऊर्जा मंत्री अज्ञातवास में चले गए हैं। 18 व 19 नवंबर को कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर आंदोलन को तेजी प्रदान कर अपने हक के लिए आवाज बुलंद करेंगे। इस दौरान चंद्र प्रताप सिंह, बलवीर सिंह, डोरीलाल प्रदीप कुमार, संजय बघेल गणेश दत्त मौजूद रहे।