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पश्चिम में सड़कों का जाल, लोकसभा चुनाव में ठोकेंगे ताल

लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की भाजपा सरकार का पूरा जोर पश्चिम की जनता के दिल में वाया सड़क पहुंचने पर है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 10:52 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 10:52 PM (IST)
पश्चिम में सड़कों का जाल, लोकसभा चुनाव में ठोकेंगे ताल
पश्चिम में सड़कों का जाल, लोकसभा चुनाव में ठोकेंगे ताल

नवनीत शर्मा, बुलंदशहर : लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की भाजपा सरकार का पूरा जोर पश्चिम की जनता के दिल में वाया सड़क पहुंचने पर है। तमाम जिलों को जोड़ने और दिल्ली से सीधा संपर्क बनाने के लिए कई बड़ी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। आठ हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं इस समय निर्माणाधीन है और कई को सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल चुकी है। केंद्र सरकार का अधिकांश परियोजनाओं को लोक चुनाव से पहले पूरा करने या फाइलों से बाहर निकाल धरातल पर उतारने पर अधिक जोर है।

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लोकसभा चुनाव की आहट से सभी राजनीतिक दल जोड़-तोड़ में जुटे हुए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने पश्चिम की जनता के बीच जाने के लिए सड़क परियोजनाओं को बड़ा माध्यम बनाया है। पश्चिम में तमाम बड़ी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। कई परियोजनाएं ऐसी हैं जो पूरा होने के करीब है, जबकि कई परियोजनाओं को आकार देने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। गुरुवार को बुलंदशहर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी सड़क परियोजनाओं के माध्यम से पश्चिम के विकास की वकालत कर कई परियोजनाओं पर चर्चा भी की। साथ ही आने वाले समय से परिवहन के क्षेत्र में यहां की तस्वीर काफी हद तक बदलने का दावा भी किया। दावों की तस्दीक करें तो दिल्ली को पश्चिम के तमाम जिलों से सीधा जोड़ने और यहां बेहतर यातायात के लिए कई योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। इसमें मुख्य रूप से दिल्ली-मेरठ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे मुख्य है। जबकि दिल्ली को अलीगढ़ से जोड़ने के लिए नेशनल हाईवे-91 का काम पूरा हो चुका है। अब बुलंदशहर से गढ़ और मेरठ से वाया बुलंदशहर बदायूं तक फोर लेन हाईवे निर्माण को भी सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में आने वाले समय में यहां सड़कों का तानाबाना काफी मजबूत होगा। उधर, सड़क परियोजनाओं को आकार देने में जुटी केंद्र सरकार को भी लोकसभा चुनाव में बड़ा लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है।

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बदल जाएगी जिले की सूरत

पश्चिम के सबसे बड़े जिलों में शुमार और एनसीआर क्षेत्र में शामिल बुलंदशहर हालांकि विकास के मामले में अभी काफी पिछले है। लेकिन अब यहां भी विकास के कई आयाम स्थापित हो रहे हैं। बुलंदशहर को सीधे मेरठ और हापुड़ से जोड़ने के लिए नेशनल हाईवे-235 का निर्माण जोरों पर है और इसे इसी वर्ष जून तक पूरा करने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। ऐसे ही रेलवे की महायोजना डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर भी तेजी से जमीन पर उतरने लगी है।

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पश्चिम में बिछने लगा है जाल

परियोजना बजट

मेरठ-बुलंदशहर हाईवे - 235 - 1800 करोड़

बुलंदशहर-गढ़ स्टेट हाईवे - 65 - 1500 करोड़

मेरठ-बदायूं स्टेट हाईवे - 18 - 1950 करोड़

शामली-सहारनपुर हाईवे -709 बी - 779 करोड़

लोनी-शामली हाईवे - 709 बी - 726 करोड़

गढ़- मेरठ हाईवे - 709 ए - 1500 करोड़

मेरठ-करनाल हाईवे - 334 बी - 240 करोड़

मेरठ-नजीबाबाद हाईवे - 119 - 1700 करोड़

डासना- मेरठ एक्सप्रेस वे - 2300 करोड़

सहारनपुर- यमुनानगर हाईवे - 72 ए - 1184 करोड़


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