मुरादनगर की घटना की पुनरावृति न करा दे देवीपुरा श्मशान घाट की छत
जेएनएन बुलंदशहर हैरत की बात है कि मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने की घटना के बाद भी जिला प्रशासन ने सबक नहीं लिया है।
जेएनएन, बुलंदशहर : हैरत की बात है कि मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने की घटना के बाद भी जिला प्रशासन ने सबक नहीं लिया है। राज्य सरकार का निर्देश है कि बदहाल हालत में श्मशान घाट की छतों की मरम्मत करायी जाए और पुरानी व जर्जर बिल्डिग को ध्वस्त कराया जाए। इस आदेश को नगर पालिका और जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने अनसुना कर दिया है और श्मशान घाट पर जाने वाले लोगों के लिए आठ चिताओं की छत काल बनकर खड़ी हैं, ये कब गिर जाएं और बड़े हादसे की पुनरावृति कर दें इस बाबत अंदाजा लगाना मुश्किल है।
कोरोना काल में श्मशान घाट में शवों के दाह संस्कार में लगातार इजाफा हो रहा है। रोजाना कंधा देने वाले सैंकड़ों लोगों का यहां आना-जाना रहता है। श्मशान घाट में नौ चिता स्थल हैं, 20 दिन पूर्व इनमें से एक चिता स्थल की छत चिता में आ गिरी। लोगों ने देवीपुरा पार्षद और श्मशान घाट कमेटी से मामले की शिकायत की है। चौकीदार सोहन बाबा ने बताया कि चिता की छत जब गिरी जब लोग श्मशान घाट से निकल गए थे। यदि कुछ देर पहले छत गिरती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
ये हैं हालात
नौ में एक चितास्थल की छत जमीन पर गिर चुकी है और आठ की हालत भी खस्ता है। प्लास्टर टूट-टूटकर चिताओं पर कभी भी गिर जाता है। धुएं से काली हुई छत के लेंटर के सरिए भी बाहर निकल आए हैं। एक छत में चार से पांच दरारें हैं और हवा के तेज झोकों में इनके गिरने का भय बना रहता है। चौकीदार चिताओं के पास स्वजनों को रुकने से इंकार करते हैं और कभी भी छत गिरने का हवाला देते हैं।
चंदे से चिता की छत करा रहे तैयार
देवीपुरा के पार्षद योगेश गुप्ता और पूर्व चेयरमैन पति हितेश गर्ग ने कालोनी के लोगों से चंदा एकत्र कर शमशान घाट की चिता की छत बनाने का कार्य शुरू किया है। हालांकि अभी नौ में से एक ही छत का निर्माण होने की कवायद है। आठ छतों के मरम्मत का अभी इंतजार करना होगा।
क्या कहते हैं समिति के अध्यक्ष
देवीपुरा श्मशान घाट समिति के अध्यक्ष हितेश गुप्ता ने बताया कि एक चिता की छत का निर्माण कार्य जारी है। नगर पालिका और जिला प्रशासनिक अधिकारियों से छतों के मरम्मत के कार्य के लिए कई बार अपील की जा चुकी है लेकिन सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला। इसीलिए अब लोगों ने चंदा एकत्र कर काम शुरू कराया है।
इन्होंने कहा..
घाट का झज्जा गिरा था इसकी शिकायत पर समिति ने पूरी छत गिरा दी है। श्मशान घाट के उद्धारीकरण का बजट बनाया गया है। पिछली बोर्ड बैठक में वह पास नहीं हो पाया था, इस बार इसे दोबारा रखा जाएगा। छतों के साथ-साथ यहां टीन शेड्स भी प्रस्तावित है। -मनोज गर्ग चेयरमैन, नगर पालिका।