डिग्री कालेज में पहले दिन छात्र-छात्राओं की संख्या रही कम
सरकार की अनुमति के बाद विश्वविद्यालय की जारी गाइडलाइन के हिसाब से कोरोना संक्रमण के कारण कई माह तक बंद चल रहे जिले भर के डिग्री कालेज खुल गए।
जेएनएन, बुलंदशहर : सरकार की अनुमति के बाद विश्वविद्यालय की जारी गाइडलाइन के हिसाब से कोरोना संक्रमण के कारण कई माह तक बंद चल रहे जिले भर के डिग्री कालेज खुल गए। पहले दिन कम संख्या में छात्र-छात्रा कालेज पहुंचे। छात्र- छात्राओं के कालेज पहुंचने से काफी समय चहल- पहल नहर आई। विश्वविद्यालय की गाइडलाइन के हिसाब से कालेज 50 फीसद छात्र- छात्रा कालेज आ सकेंगे बाकी को आनलाइन घर पर पढ़ाई करनी होगी। हालांकि पहले दिन कालेजों में छात्र-छात्राओं की संख्या 50 फीसद से काफी कम रही। आइपी डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. पूनम पालीवाल ने बताया कि पहले दिन कम संख्या छात्र-छात्रा कालेज पहुंचे। विश्वविद्यालय की जारी गाइडलाइन के हिसाब से कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। लाकडाउन के बाद पहली बार खुला महाविद्यालय
जेएनएन, अनूपशहर : लाकडाउन लगने के बाद पहली बार महाविद्यालय खोला गया। परीक्षार्थियों के प्रवेश से पूर्व सैनिटाइजेशन कराया गया। नगर के डीपीबीएस महाविद्यालय को शासन के निर्देश पर सोमवार को खोला गया। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी को मास्क लगाने तथा हाथ को सैनिटाइजर से धोने के बाद ही अंदर जाने दिया गया। प्राचार्य डा. यूके झा ने बताया कि मास्क के बिना किसी भी विद्यार्थी या शिक्षक की एंट्री नहीं होने दी जाएगी। शासन द्वारा मिली गाइड लाइन का पूर्ण पालन कराया जाएगा। इसी के साथ प्रत्येक विद्यार्थी के परिजनों से सहमति पत्र ले लिया गया है। कैडेट्स का एनसीसी के लिए चयन
जेएनएन, खुर्जा : वेदीराम इंटर कालेज में आयोजित एनसीसी भर्ती प्रक्रिया में विद्यालय के 31 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया। जिसके बाद चयनित कैडेट्स को अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया।
सोमवार को वेदीराम इंटर कालेज में आयोजित एनसीसी की भर्ती प्रक्रिया में विद्यालय के कुल 70 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागी विद्यार्थियों में से आवश्यक मापदंड के आधार पर योग्य छात्र-छात्राओं का चयन किया गया। 39 यूपी बीएन एनसीसी के अंतर्गत कर्नल सौरभ मिश्रा के दिशा निर्देश में भर्ती प्रक्रिया पूरी हुई। उन्होंने कहा कि एनसीसी का लाभ छात्र-छात्राओं को जीवन के हर स्तर पर मिलता है। एनसीसी के विभिन्न प्रमाण पत्र हासिल करके कैडेट सेना, पुलिस व अन्य सशस्त्र बलों में चयनित हो सकते हैं। शारीरिक व लिखित परीक्षा से कैडेट्स का चयन किया गया और 70 में से 31 कैडेट्स चयनित हो सके। इसमें लेफ्टिनेंट राजकुमार सिंह, सूबेदार राजदीप, हवलदार सर्वजीत सिंह आदि रहे।