एसटीएफ से मुठभेड़ में पकड़ा गया इनामी हत्यारोपित
खानपुर थानाक्षेत्र के गांव जाड़ौल के पूर्व प्रधान संजीव उर्फ संजय की हत्या के मामले में फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश की मेरठ एसटीएफ और देहात कोतवाली पुलिस से बुधवार रात भूड़ चौराहे पर संयुक्त रूप से मुठभेड़ हो गई। हालांकि गोली केवल इनामी की तरफ से चलाई गई। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। खानपुर थानाक्षेत्र के गांव जाड़ौल के पूर्व प्रधान संजीव उर्फ संजय की हत्या के मामले में फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश की मेरठ एसटीएफ और देहात कोतवाली पुलिस से बुधवार रात भूड़ चौराहे पर संयुक्त रूप से मुठभेड़ हो गई। हालांकि, गोली केवल इनामी की तरफ से चलाई गई। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
देहात कोतवाली क्षेत्र की यमुनापुरम कालोनी में रहने वाले संजीव उर्फ संजय की 15 जून की रात नौ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया था कि धनौरा निवासी अमित ने रंजिशन अपने साथी जयकुमार उर्फ जैका, जावेद आलम, सोनू उर्फ प्रमोद के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। सभी पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित हो गया था। बाद में सभी को पुलिस ने जेल भेज दिया था। पुलिस की जांच में मोनू पुत्र सुरेंद्र निवासी मनोहरगढ़ी थाना औरंगाबाद का नाम भी सामने आया था। मोनू ने हत्या वाली रात को संजीव उर्फ संजय की मुखबिरी की थी। उसी ने शूटरों को लोकेशन बताई थी। मोनू ने पूछताछ में बताया कि संजीव और मोनू ने गंगेरूआ बाईपास पर 19 लाख रुपये की जमीन खरीदी थी। इस जमीन में संजीव प्रधान ने प्लाटिग करनी शुरू कर दी और मोनू को एक रुपया नहीं दिया। उसने मांगा तो उसे धमकी दी गई। इसके बाद संजीव प्रधान की हत्या कराने के लिए वह कुख्यात शूटर अमित धनौरा के साथ मिल गया और मुखबिरी कराकर हत्याकांड को अंजाम दिलाया। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मोनू पर 25 हजार का इनाम था। उसे बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया है।