सफलता के लिए विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित करें : कैप्टन राकेश
गांव छपरावत में चल रहे देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय गुलावठी की राष्ट्र
जेएनएन, बुलंदशहर। गांव छपरावत में चल रहे देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय गुलावठी की राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के तीसरे दिन स्वयंसेवकों और स्वयंसेविकाओं ने प्राथमिक विद्यालय में साफ सफाई की। साथ ही उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को स्वच्छता का महत्व बताया। उन्हें हाथ धोने की महत्ता तथा सैनिटाइजर को प्रयोग करने के तरीके भी बताए। इसके अतिरिक्त स्वयं सेविकाओं ने विद्यालय परिसर में उपलब्ध फूलों पत्तियों तथा प्राकृतिक संसाधनों से सुंदर रंगोली बनाई। दूसरे सत्र में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर बताए। मुख्य अतिथि कैप्टन राकेश यादव ने कहा कि सफलता के लिए विद्यार्थी अपना लक्ष्य अवश्य निर्धारित करें। उन्होंने युवाओं के लिए कार्य करने वाले प्रमुख संगठन राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर के उद्देश्यों और महत्व पर भी प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि अमित नागर ने भी विचार रखे। डा. पुष्पेन्द्र कुमार मिश्र ने छात्राओं को उपयोगी हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी। कार्यक्रम अधिकारी अवधेश कुमार सिंह, संदीप कुमार सिंह, पीयूष त्रिपाठी, भवनीत सिंह बत्रा आदि मौजूद रहे। पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकार, इसे बहाल करें सरकार : धर्मेन्द्र
गुलावठी के डा. राममनोहर लोहिया चौबीसा महाविद्यालय मोहाना में 'पुरानी पेंशन और सामाजिक सुरक्षा' विषय पर संगोष्ठी हुई। जिसमें वक्ताओं ने एनपीएस को भेदभाव पूर्ण बताते हुए पुरानी पेंशन को देशहित में आवश्यक बताया। मुख्य वक्ता डा. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकार है और यह निश्चित ही बहाल की जानी चाहिए। इसके लिए वह सभी कर्मचारियों के साथ हैं। सपा जिला महासचिव राहुल यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यक्ति की जिदगी के स्वर्णिम वर्षों की जमा पूंजी होती है। इसी के सहारे कर्मी अपना बुढ़ापा काटता है। समाजवादी पार्टी पुरानी पेंशन की मांग पर कर्मचारियों के साथ है। सत्ता में आने पर उनकी सेवा का मूल्य देगी। अध्यक्षता कर रहे धर्मेंद्र चौधरी ने भी पुरानी पेंशन को सामाजिक सुरक्षा के लिए अनिवार्य बताते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित कुमार, दयानंद चौबीसा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रामकुमार, डॉ. ज्ञान प्रकाश, महेंद्र सिंह, इंद्रेश, राजन खान आदि ने भी संबोधित किया। ब्रजनेश शर्मा, यशपाल सिंह, डॉ. ज्ञान प्रकाश, योगेंद्रपाल सिंह, विपिन शर्मा, महावीर सिंह आदि शामिल रहे। संचालन ब्रजेश कुमार ने किया।