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विद्यार्थियों ने ऑनलाइन मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन

एलडीएवी इंटर कालेज द्वारा विद्यार्थियों के मध्य ऑनलाइन मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम चलाया गया। इसमें लोगों से शत प्रतिशत मतदान की अपील की गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:28 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:28 PM (IST)
विद्यार्थियों ने ऑनलाइन मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन
विद्यार्थियों ने ऑनलाइन मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन

बुलंदशहर, जेएनएन। एलडीएवी इंटर कालेज द्वारा विद्यार्थियों के मध्य ऑनलाइन मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम आयोजित कर लोगों से आगामी चुनाव में शत प्रतिशत मतदान करने का अनुरोध किया गया।

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शनिवार को एल डीएवी इंटर कॉलेज में ऑनलाइन स्लोगन ,पोस्टर एवं गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ साथ उनके परिवार के लोग भी सम्मिलित रहे। प्रधानाचार्या शशि बाला पंत ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव पर्व के समान होता है। इसमें सभी लोगों को अधिक से अधिक हिस्सेदारी कर अपना मतदान अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर अखंड प्रताप सिंह, अभय सिन्हा, सुरेंद्र कुमार, संतोष कुमार, धर्मेंद्र कुमार , मंजिल कान्त, सुधीर कुमार ,भुवनेश कुमार ,पीयूष गर्ग आदि लोग उपस्थित रहे।

जटिया में जांच न होने से

वापस लौट रहे मरीज

संवाद सहयोगी, खुर्जा: नगर में स्थित जटिया अस्पताल में कोरोना जांच की व्यवस्था नहीं होने के कारण संदिग्ध मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अस्पताल की ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीज बिना जांच के ही वापस लौट रहे हैं। वहीं कुछ जांच के लिए चक्कर काटते रहते हैं।

खुर्जा में कोरोना जांच के लिए जंक्शन रोड पर स्थित महिला अस्पताल में बूथ लगा है। वहीं आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन जांच हो रही हैं, लेकिन नगर में सबसे ज्यादा मरीज जटिया अस्पताल में पहुंचते हैं। जटिया अस्पताल में रोजाना औसतन 350 से 400 मरीज ओपीडी में आते हैं, जिसमें से 70 फीसदी मरीज जुखाम, बुखार और गले में संक्रमण से पीड़ित हैं। ऐसे मरीजों का चिकित्सक दवाओं के साथ कोविड जांच के लिए भी परामर्श दे रहे हैं, लेकिन अस्पताल में जांच की व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए महिला अस्पताल जाना पड़ता है। ऐसे में अधिकांश मरीज बिना जांच के ही घर वापस लौट जाते हैं। जटिया अस्पताल के सीएमएस अजीत बाबा ने बताया कि अस्पताल में कोविड उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इस कारण जांच की व्यवस्था नहीं की गई है। दोनों अस्पतालों में ज्यादा दूरी नहीं है।


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