भाजपा की नीतियों के विरोध में सपाइयों को प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के मुखिया के आदेश पर कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजे बाबू पार्क के गेट के सामने विशाल धरना प्रदर्शन किया। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ सपाइयों ने 27 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को सौंपा। धरने के दौरान राज्य सरकार को विफल बताया और भाजपा के जातिवाद एवं साम्प्रदायिकता की नीतियों के एजेंडे के चलते प्रदेश में आपातकाल जैसे स्थिति बताया।
बुलंदशहर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के मुखिया के आदेश पर कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजे बाबू पार्क के गेट के सामने विशाल धरना प्रदर्शन किया। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ सपाइयों ने 27 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को सौंपा। धरने के दौरान राज्य सरकार को विफल बताते हुए सपाइयों ने प्रदेश में आपातकाल जैसी स्थिति बताई।
राजे बाबू पार्क के मुख्य गेट सामने धरने पर बैठे सपाइयों ने राज्य सरकार पर गरीब, कमजोर मजदूर, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने का आरोप जड़ा। जिलाध्यक्ष हामिद अली ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार में सर्वाधिक आधी आबादी पर ही अत्याचार हो रहे हैं। रोजगार देने की बजाए छीने जा रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ी है। ज्ञापन में सपाइयों ने बैलेट पेपर पर चुनाव कराने, फर्जी एनकाउंटर पर रोक, महिलाओं पर अत्याचार पर रोक, महंगाई पर रोक, बिजली दरों में कटौती, गन्ना भुगतान, सड़कों को गड्ढामुक्त करने की मां करने के साथ-साथ जौहर विवि और सांसद आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमों को समाप्त करने की मांग करते हुए राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। इस मौके पर सपा पूर्व मंत्री हितेष कुमारी, मुकेश यादव, हरीश लोधी, रविद्र लोधी, चिटू सिरोही, पिटू प्रमुख, सरला यादव, महेंद्र वाल्मीकि, जितेंद्र यादव, हिमायत अली, बदरूल इस्लाम, हाजी अख्तर आदि मौजूद रहे।
खत्म नहीं हो पा रही सपाइयों की रार
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर के सदन के इस्तीफा देने और हाईकमान के आदेशों के बाद जिले के सपाइयों की गुटबाजी एक बार फिर मुखर हो चली है। शुक्रवार को धरना प्रदर्शन के दौरान गुटबाजी दिखाई दी। दरअसल, सदर क्षेत्र से तीन बार चुनाव मैदान में उतरे सुजात आलम का कहना है कि जिलाध्यक्ष ने सपा के पूर्व पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को धरना प्रदर्शन में बुलाया ही नहीं। जिस कारण पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दुल रब, दिनेश गुर्जर, पूर्व महासचिव राहुल यादव, प्रेमवीर यादव, मौ. कासिम, मतलूब अली, पूर्व उपाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष मौ. तौफीक यूथ बिग्रेड के जिलाध्यक्ष अमीरुद्दीन मेवाती और अनूपशहर के नगर अध्यक्ष सरफराज अंसारी को हाईकमान के आदेशों की जानकारी तक नहीं दी गई।
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