सही मायनों में सफाई के 'नायक' हैं राजेंद्र
नगर को स्व'छ रखने व लोगों को जागरूक करने वाले नगर पालिका के सफाई नायक सफाईकर्मी के न होने पर स्वयं हाथों में झाडू उठाकर सफाई करने में झिझक महसूस नहीं करते हैं। समय-समय पर लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने को भी राजेंद्र ने अपना मिशन बना लिया है।
डिबाई : नगर को स्वच्छ रखने व लोगों को जागरूक करने वाले नगर पालिका के सफाई नायक सफाईकर्मी के न होने पर स्वयं हाथों में झाडू उठाकर सफाई करने में झिझक महसूस नहीं करते हैं। समय-समय पर लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने को भी राजेंद्र ने अपना मिशन बना लिया है।
नगर पालिका परिषद में सफाई नायक के पद पर तैनात राजेन्द्र प्रसाद उर्फ राजू की तारीफ उनके अधिकारी ही नहीं नगर के लोग भी करते हैं। राजेन्द्र प्रसाद उर्फ राजू की वर्ष 1993 में नगर पालिका में सफाईकर्मी के तौर पर तैनाती हुई थी। वर्ष 2002 में उनकी सफाई नायक के पद पर पदोन्नति हुई। उन्होंने 15 अगस्त, 26 जनवरी, ईद, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश महोत्सव, रामलीला आदि नगर के होने वाले धार्मिक कार्यक्रम से लेकर तमाम मौकों पर अपना दायित्व बखूबी निभाया है। कार्य के प्रति उनकी लगन व निष्ठा को देखते हुए प्रतिवर्ष रामलीला महोत्सव में आयोजक उन्हें प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित करते हैं। वहीं तत्कालीन नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी ने दो अक्टूबर 2016 को राजेन्द्र प्रसाद को प्रतीक चिन्ह देकर एवं उनकी सर्विस बुक में सराहनीय कार्य की एंट्री की थी। इसी के साथ पूर्व चेयरमेन रमेश प्रधान भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। राजेन्द्र प्रसाद किसी सफाईकर्मी की गैर मौजूदगी में स्वयं झाडू उठाकर सफाई करने से परहेज नहीं करते है। राजू नगर के लोगों में साफ सफाई के प्रति जागरूकता लाने के लिए उन्हें जागरूक करते हैं। नगर पालिका के ईओ शमशेर ¨सह ने बताया कि राजेन्द्र प्रसाद सुबह से लेकर शाम तक साइकिल से दौड़कर नगर पालिका द्वारा की जाने वाली सफाई व्यवस्था की देखभाल करते हैं। अधीनस्थों को आवश्यक निर्देश देते हैं। राजेन्द्र प्रसाद उर्फ राजू मृदुभाषी होने के साथ साथ अपनी व्यवहार कुशलता के लिए पहचाने जाते हैं। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद बढ़ी जागरूकता
राजेन्द्र प्रसाद उर्फ राजू कहते हैं अपने नगर व गांव को साफ रखना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद सफाई के प्रति लोगों में जागरूकता बहुत बढ़ी है। वैसे भी जहां साफ सफाई होगी वहां बीमारियां जन्म नहीं लेगी। जरूरत पड़ने पर वह खुद भी सफाई कर्मियों के साथ मिलकर स्वयं झाडू लगा कर परिसर को साफ रखते है।