करवाचौथ : त्योहार की तैयारी पूरी, आज मनाया जाएगा करवाचौथ
जिले भर में करवाचौथ का पर्व बुधवार यानि आज विधि-विधान के साथ मनाया जाएगा। मंगलवार को करवाचौथ की तैयारियों में महिलाएं दिन भर जुटी रही। मतदान के चलते बाजार बंद रहने के कारण घरों पर ही महिलाएं मेहंदी लगवाने और संजने-संवरने में जुटी रही।
जेएनएन, बुलंदशहर। जिले भर में करवाचौथ का पर्व बुधवार यानि आज विधि-विधान के साथ मनाया जाएगा। मंगलवार को करवाचौथ की तैयारियों में महिलाएं दिन भर जुटी रही। मतदान के चलते बाजार बंद रहने के कारण घरों पर ही महिलाएं मेहंदी लगवाने और संजने-संवरने में जुटी रही।
करवाचौथ की तैयारियों को लेकर महिलाएं मंगलवार को घरों की साफ- सफाई तथा अन्य कार्यो में जुटी रही। सदर सीट के लिए हो रहे उप चुनाव के लिए मतदान होने के कारण मंगलवार को सभी बाजार बंद रहे। बाजार और ब्यूटी पार्लर बंद रहने के कारण महिलाओं ने घरों पर ही एक दूसरे के मेहंदी लगाने और संजने संवरने में जुटी रही। हिदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूरे 16 श्रृंगार करने से घर में सुख और सुख-समृद्धि आती है और अखंड सौभाग्य का वरदान भी मिलता है। यही वजह है कि भारतीय संस्कृति में सोलह श्रृंगार को जीवन का अहम और अभिन्न अंग माना गया है। पूजा का शुभ मुहूर्त
करवाचौथ की संध्या का पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:23 मिनट से 8:52 मिनट तक रहेगा। कवाचौथ का धार्मिक महत्व
कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ मनाया जाता है। सौभाग्यवती स्त्रिया करवाचौथ पर्व मनाती हैं। करवा चौथ व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए। यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले शुरू होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद पूरा होता है। करवाचौथ का व्रत पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाता है साथ ही पति-पत्नी के रिश्ते में यह व्रत प्यार स्नेह लेकर आता है। इसलिए करवाचौथ के व्रत को शुभ मुहूर्त में करना बेहद जरूरी है। महिलाएं इस दिन अपने जीवनसाथी की लम्बी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। चांद को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है। आयु, सुख और शांति का कारक चंद्रमा को माना जाता है।