गेहूं खरीद की तैयारी शुरू, क्रय केंद्रों की होगी जियो टैगिग
प्रदेश भर में गेहूं उत्पादन के मामले में बुलंदशहर नंबर वन पायदान पर दशकों से काबिज है। प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीद के लिए इस बार जिया टैगिग शुरू की है। गेहूं खरीद में इस बार मंडी समिति को भी रखा गया है। खुर्जा मंडी समिति के क्रय केंद्र को गेहूं खरीद के लिए नामित किया गया है। जियो टैगिग से किसानों के एक-एक दाने पर शासन की नजर होगी।
बुलंदशहर, जेएनएन। प्रदेश भर में गेहूं उत्पादन के मामले में बुलंदशहर नंबर वन पायदान पर दशकों से काबिज है। प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीद के लिए इस बार जिया टैगिग शुरू की है। गेहूं खरीद में इस बार मंडी समिति को भी रखा गया है। खुर्जा मंडी समिति के क्रय केंद्र को गेहूं खरीद के लिए नामित किया गया है। जियो टैगिग से किसानों के एक-एक दाने पर शासन की नजर होगी।
गेहूं खरीद के लिए विपणन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंडी समिति के एक क्रय केंद्र सहित 96 क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद होगा। 72 घंटों में किसान का भुगतान उनके खातों में पहुंचेगा। 2020-21 में जनपद से 86.23 हजार मीट्रिक टन की बंपर खरीद हुई थी। हालांकि 25 हजार मीट्रिक टन के लक्ष्य से विभाग पिछड़ गया था। इसका मुख्य कारण मंडियों में भी हजारों मीट्रिक टन गेहूं की खरीद थी। हालांकि इस बार ऐसा नहीं होगा। क्योंकि 2021-22 में होने वाली गेहूं खरीद के क्रय केंद्रों की जियो टैगिग होगी। क्रय केंद्रों के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट करने वाले वाहनों को भी जियो टैगिग से जोड़ा जाएगा। इससे क्रय केंद्र पर गेहूं की स्थिति, ट्रांसपोर्ट की लोकेशन, गाड़ी का मूवमेंट, डिपो और क्रय एजेंसियों की निगरानी भी जियो टैगिग से होगी।
ये एजेंसियां करेंगे गेहूं खरीद
खादय विभाग 10
पीसीएस 81
खाद निगम 04
मंडी समिति खुर्जा 01
इन्होंने कहा..
एक अप्रैल से 96 गेहूं क्रय केंद्रों को संचालित कर दिया जाएगा। हालांकि अभी लक्ष्य नहीं मिला है। जल्द ही लक्ष्य भी प्राप्त हो जाएगा। एजेंसियों का चयन कर लिया गया है।
-जेया करीम अहमद, जिला विपणन अधिकारी।