आज से मक्का खरीद बंद, क्रय केंद्रों पर डटे हैं किसान
शुक्रवार को मुख्यमंत्री मक्का खरीद योजना का अंतिम दिन है। क्रय केंद्रों पर किसानों की भीड़ है और हजारों किसानों की मक्का अभी तक बिक्री नहीं हुई है। किसानों की समस्या को देखते हुए जिला विपणन अधिकारी ने शासन से 500 मीट्रिक टन मक्का का लक्ष्य और बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है।
जेएनएन, बुलंदशहर। शुक्रवार को मुख्यमंत्री मक्का खरीद योजना का अंतिम दिन है। क्रय केंद्रों पर किसानों की भीड़ है और हजारों किसानों की मक्का अभी तक बिक्री नहीं हुई है। किसानों की समस्या को देखते हुए जिला विपणन अधिकारी ने शासन से 500 मीट्रिक टन मक्का का लक्ष्य और बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है।
जिले में जायद और खरीफ फसलों के दौरान दो बार मक्का की बुआई होती है। तीन माह की यह फसल 44 हजार हैक्टेयर में होती है और 65 हजार किसान इससे जुड़े हैं। गत वर्ष 1760 रुपये में मक्का खरीद हुई लेकिन इस बार 90 रुपये प्रति कुंतल की दर से समर्थन मूल्य बढ़ाकर घोषित किया गया। ऐसे में किसानों को मक्का का 1850 रुपये प्रति कुंतल की दर से अच्छे भाव मिले। शासन ने 15 अक्टूबर से 15 जनवरी तक मक्का क्रय करने के लिए नौ केंद्र खोले गए थे। शासन से पूर्व में आठ हजार 500 मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया था। इसकी सापेक्ष 11 हजार 293 मीट्रिक टन की खरीद 12 जनवरी तक हो चुकी है। आज मक्का खरीद योजना का आखिरी दिन है लेकिन हजारों किसानों की मक्का अभी तक नहीं बिक्री हुई है। ऐसे में किसानों को योजना का लाभ नहीं दिया गया तो किसान सड़कों पर उतरने को आतुर हैं। किसान बोले..
मंडी में मक्का के भाव 900 रुपये से 1100 रुपये प्रति कुंतल है और क्रय केंद्रों पर 1850 प्रति कुंतल की दर से मक्का खरीदी जा रही है। पंजीकरण और तौल में देरी होने से हजारों किसानों की मक्का की बिक्री अभी तक नहीं हुई है। ऐसे में क्रय केंद्र बंद कर दिए गए तो रालोद इसका विरोध करेगी और कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मक्का खरीद की मांग की जाएगी।
-नावेश राजौरा, युवा रालोद जिलाध्यक्ष
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सात बीघा मक्का की फसल उगाई थी, 25 कुंतल मक्का क्रय केंद्र पर बिकी है जबकि 60 कुंतल से अधिक अभी घर में पड़ी है, क्रय केंद्र बंद हो गए तो मंडी के भाव पर बेचने को मजबूर होंगे।
-निरंजन प्रसाद शर्मा, मौजपुर, खुर्जा
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इन्होंने कहा..
किसानों की भीड़ और अवशेष मक्का के मद्देनजर शासन को 500 मीट्रिक टन लक्ष्य बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है। यदि आदेश मिल जाते हैं तो मक्का किसानों को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। सभी किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।
-जेया करीम अहमद, जिला विपणन अधिकारी।