अनुबंधित बसों के चालकों की मनमानी से मुसाफिर बेहाल
अनुबंधित बस चालक की मनमानी से यात्री परेशान हुए। बीती रात गाजियाबाद से बुलंदशहर आ रही बस के चालक ने सवारियों को भूड़ चौराहे पर ही उतार दिया। इससे लोग परेशान हुए।
बुलंदशहर, जेएनएन। अनुबंधित बस चालक की मनमानी से यात्री परेशान हुए। बीती रात गाजियाबाद से बुलंदशहर जा रही अनुबंधित बस के चालक ने सवारियों को पीछे से आ रही दूसरी बस में शिफ्ट कराने का प्रयास किया। इस पर यात्रियों ने हंगामा कर दिया। विवाद बढ़ने के बाद भूड़ चौराहे पर सवारियों को जबरन उतार दिया गया।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अनुबंधित बसों पर चालक व परिचालक संविदा पर तैनात हैं। एक तो गाजियाबाद, कौशांबी से बुलंदशहर मार्ग पर संचालित अनुबंधित बसों के चालक सिकंदराबाद की सवारियों नहीं बैठाते हैं। यदि सवारियां बैठ जाती हैं तो उन्हें बाईपास पर जबरन उतार देते हैं।
बताया जाता है कि गाजियाबाद अथवा कौशांबी डिपो से चलने वाली बस को बुलंदशहर स्थित नए बस स्टैंड तक सवारियां छोड़ने का नियम है, लेकिन इसमें चालक मनमर्जी चला रहे हैं। सिकंदराबाद पहुंचने पर सुखलालपुर तिराहा, चंदेरू अथवा भूड़ चौराहे पर सवारियों को जबरन उतारकर पीछे से आने वाली अनुबंधित बसों में जबरन बैठाया जाता है। इसको लेकर आए दिन छोटे बच्चों व सामान उतारने- चढ़ाने में आने वाली दिक्कतों को लेकर सवारियां से चालक की नोकझोंक होती है। बीती रात भी गाजियाबाद डिपो की अनुबंधित बस चालक ने चंदेरू पर सवारियां उतारनी शुरू कर दी। पीछे से आने वाली बस में सवारियों को बुलंदशहर तक पहुंचाने की बात कही। इसका दैनिक यात्रियों ने जमकर विरोध किया। हंगामा बढ़ने पर चालक बस को बुलंदशहर ले गया, लेकिन भूड़ चौराहे पर ही सवारियों को उतार दिया। अधिकांश चालक आसपास के रहने वाले हैं।
रेलिग से टकराई मिनी
बस, पांच घायल
संवाद सहयोगी, खुर्जा: सिकंदरपुर फ्लाईओवर पर मिनी बस रेलिग से टकरा गई। हादसे में बस सवार पांच लोग घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
गौतमबुद्धनगर के दनकौर कस्बा निवासी सुरेश कुमार मिनी बस चलाते हैं। सोमवार की शाम को वह खुर्जा से मिनी बस लेकर लौट रहे थे। झाझर मार्ग पर सिकंदरपुर फ्लाईओवर पर बस का संतुलन बिगड़ गया। बस फ्लाईओवर की रेलिग से टकरा गई। हादसे में बस सवार सुरेश, अजमद, रानू सिंह, महेंद्र समेत पांच लोग घायल हो गए। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने सुरेश, महेंद्र और अजमद को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।