भारतीय नागरिकता लेने LIU पहुंची पाकिस्तान की बेटी फातिमा Bulandshahar News
पाकिस्तान की बेटी फातिमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सीएए के कदम को सराहनीय बताया। महिला 20 साल से नागरिकता का प्रयास कर रही है।
बुलंदशहर, [सर्वेद्र पुंडीर]। पाकिस्तान के कराची की बेटी शनिवार को सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) के तहत भारतीय नागरिकता लेने के लिए एलआइयू आफिस पहुंची। महिला 20 साल से नागरिकता का प्रयास कर रही है। सीएए लागू होने के बाद उसे उम्मीद है कि अब उसे जल्द ही नागरिकता मिल जाएगी। महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सीएए के कदम को सराहनीय बताया। पाक नागरिक महिला वर्तमान में एलटीएम (लांग टर्म वीजा) पर अपने पति के साथ रह रही है।
बुलंदशहर में हुई शादी
कराची के मोहल्ला नाजमाबाद निवासी मुतंजिर फातमा ने बताया कि उसकी शादी सात दिसंबर 1999 को बुलंदशहर के टनटना ऊपरकोट मोहल्ला निवासी अली रजा के साथ हुई थी। शादी के बाद ही उसने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था। उसकी प्रक्रिया इतनी लंबी चली कि वर्ष 2011 में उसकी नागरिकता के लिए 10 हजार रुपये फीस जमा कराई गई। बावजूद इसके अभी तक नागरिकता नहीं मिली है। हर साल उसे वीजा की अवधि बढ़वानी पड़ती है।
सीएए के तहत मांगी नागरिकता
शनिवार को एलआइयू आफिस पहुंची फातमा ने इंस्पेक्टर से मुलाकात की और सीएए के तहत नागरिकता की मांग की। फातमा का कहना है कि अभी तक अधिकारी नागरिकता के लिए कोई जवाब नहीं देते थे, लेकिन सीएए लागू होने के बाद अब अधिकारी नागरिकता दिलाने की बात कह रहे हैं। फातमा की शादी को 20 साल बीत गए हैं। उसे तीन बच्चे हैं। उसके पति एक स्कूल में प्राइवेट नौकरी करते हैं।