अब प्रसव से पहले प्रत्येक प्रसूता की होगी कोरोना जांच
सर्दी शुरू होते ही एक बार फिर से आक्रामक हुए कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए अब प्रसव से पहले प्रत्येक प्रसूता की कोरोना की जांच की जाएगी। ये जांच सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में होगी। इसके लिए शासन ने बुलंदशहर के सीएमओ समेत सूबे के सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर। सर्दी शुरू होते ही एक बार फिर से आक्रामक हुए कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए अब प्रसव से पहले प्रत्येक प्रसूता की कोरोना की जांच की जाएगी। ये जांच सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में होगी। इसके लिए शासन ने बुलंदशहर के सीएमओ समेत सूबे के सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
तमाम कवायद और सतर्कता के बाद भी कोरोना की चेन लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक मिले कोरोना संक्रमितों में तमाम ऐसे केस सामने आए हैं जिसमें कोरोना संक्रमित प्रसूता का प्रसव कराने के दौरान डाक्टर और मेडिकल स्टाफ पाजिटिव हो गया। बुलंदशहर जिले की ही बात करें तो अब तक शहर से देहात तक 14 ऐसी प्रसूताएं आईं जोकि कोरोना पाजिटिव थीं और प्रसव के दौरान इनसे कोरोना की चेन बढ़ती चली गई। अन्य जिलों में भी प्रसूताओं से कोरोना की चेन बढ़ने के मामले सामने आए। इनकी रिपोर्ट प्रमुख सचिव स्वास्थ्य तक गई। इस पर शासन स्तर पर अधिकारियों ने चितन किया। इसके बाद ही अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेशभर के लिए कोरोना की रोकथाम के लिए सभी प्रसूताओं की प्रसव से पहले कोरोना जांच जरुरी करने की गाइडलाइन जारी कर दी। शासन के निर्देश पर सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने जिले की सभी सीएचसी और जिला महिला अस्पताल के साथ खुर्जा के राजकीय महिला अस्पताल और सिकंदराबाद के संयुक्त चिकित्सालय के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इंफो
5157- अब तक मिले संक्रमित
4765- मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज
82- लोगों की अब तक गई कोरोना से जान
310- एक्टिव मरीजों का चल रहा इलाज
14- प्रसूताओं से जिले में बढ़ी कोरोना की चेन रैपिड एंटीजन किट से होगी जांच
-प्रसूता को प्रसव पीड़ा से ज्यादा देर तक ना झेलनी पड़े। इसके लिए रैपिड एंटीजन किट से जांच की जाएगी। संशय होने पर आरटीपीसीआर जांच के लिए भी सैंपल लिया जाएगा। पहुंचेगी टीम
-निजी अस्पताल में भी प्रसूता के पहुंचने पर निजी अस्पताल स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना देकर रैपिड एंटीजन किट से जांच कराएंगे। इसके लिए जांच में जुटी टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है। होगी कार्रवाई
-यदि कोई निजी अस्पताल या सरकारी अस्पताल के चिकित्सक या स्टाफ बिना जांच के प्रसव कराते हैं या प्रसव कराने से इंकार करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
डा. नरेश गोयल-एसीएमओ