सफाई न पुताई, कैसे होगी नुमाइश
जिला कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी (नुमाइश) पश्चिम उत्तर प्रदेश में होने वाले बड़े सांस्कृति और सौहार्द का संदेश देने वाले आयोजनों में शुमार हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। जिला कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी (नुमाइश) पश्चिम उत्तर प्रदेश में होने वाले बड़े सांस्कृति और सौहार्द का संदेश देने वाले आयोजनों में शुमार हैं। हर बार नुमाइश में कुछ नया करने की कोशिश होती रही है। इस बार भी कवायद जोरशोर से जारी है। मार्च के पहले सप्ताह में नुमाइश का शुभारंभ होना तय है, लेकिन अभी तक तैयारियां शुरू ही नहीं हो सकी है। नुमाइश मैदान में जहां गंदगी पसरी हुई है, वहीं रंगाई-पुताई भी शुरू नहीं हो सकी है।
बुलंदशहर की पहचान बनी जिला कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी को लेकर फिलहाल हर तरह चर्चाओं का दौर है। जिला प्रशासन से लेकर नुमाइश आयोजन कमेटी और इस बार होने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी तमाम तरह की बातें भी हो रही है। इन सब के बीच नुमाइश मैदान की हालत देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि यहां मार्च के पहले सप्ताह में प्रदर्शनी का आगाज होगा। हर सोमवार को मैदान में लगने वाली साप्ताहिक पैठ के कारण यहां गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। इसके अलावा नुमाइश को जाने वाले रास्ते भी टूटे हुए हैं और रंगाई-पुताई का काम भी अभी तक शुरू नहीं हो सका है। ऐसा तब है जब इस बार तहबाजारी का ठेका भी पिछले साल की अपेक्षा दोगुनी धनराशि पर छूटा है और अन्य मदों से भी प्रदर्शनी को काफी आमदनी होने की उम्मीद है।
कार्यक्रम आयोजनों को लेकर भी उठा-पटक
इस बार नुमाइश में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी उठा-पटक का माहौल बन रहा है। कमेटी के कुछ सदस्य नाराज है और मनमानी का आरोप भी दबी जुबान में लगा रहे हैं। सदस्यों का कहना है कि पूर्व में भी नुमाइश का आयोजन होता रहा है और तमाम कार्यक्रम भी बेहतर तरीके से कराए गए हैं, लेकिन इस बार कार्यक्रमों के संबंध में अभी तक जानकारी ही नहीं मिल सकी है। इन्होंने कहा ..
नुमाइश आयोजन से पहले सारी तैयारी पूर्ण कर ली जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जा चुका है। इस बार की नुमाइश एतिहासिक होगी, इसके लिए बड़े स्तर पर तैयारी की गई है।
- रविद्र कुमार, जिलाधिकारी