करंट की चपेट में आकर मां-बेटे की मौत
शेरपुर गांव में पशुओं से बचाव के लिए लगाई गई लोहे की बाड़ में बिजली का तार टूट कर गिर गया। इसमें उतरे करंट की चपेट में आने से मां और बेटे की मौत हो गई।
बुलंदशहर, जेएनएन। शेरपुर गांव में पशुओं से बचाव के लिए लगाई गई लोहे की बाड़ में बिजली का तार टूट कर गिर गया। इसमें उतरे करंट की चपेट में आने से मां और बेटे की मौत हो गई।
शेरपुर गांव निवासी शिवकुमार सिंह मजदूरी करता है और गांव में 35 वर्षीय पत्नी विमलेश और 15 वर्षीय पुत्र चंदन के साथ रहता था। शुक्रवार सुबह विमलेश किसी काम से घर से बाहर निकली और पड़ोस में स्थित किसान कृपाल सिंह के खेत के पास पहुंच गई। महिला ने गलती से कृपाल सिंह द्वारा अपने खेत में जानवरों से बचाव के लिए लगाए गए लोहे के तारों की बाड़ को छू लिया, जिसमें करंट प्रवाह हो रहा था। करंट की चपेट में आकर महिला बेहोश हो गई। पीछे से आ रहे पुत्र चंदन ने मां को बचाने का प्रयास किया तो वह भी करंट की चपेट में आने से बेहोश हो गया। स्वजन वहां पहुंचे और दोनों को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
आखिर किसकी है गलती
हादसे के बाद मोहल्ले वालों ने बताया कि काफी समय से विद्युत लाइन खींचने के लिए ऊर्जा निगम के अधिकारियों से गुहार लगाई थी, लेकिन लाइन नहीं डाली गई। इसी कारण मोहल्लेवासी दूर से केबिल डालकर विद्युत आपूर्ति कर रहे थे। लंबी दूरी होने के कारण केबिल रात में टूटकर लोहे के तारों पर गिरा और हादसा हो गया।
इनका कहना है..
रात में केबिल टूटकर लोहे के तारों पर गिरा गया था, जिसमें में करंट प्रवाह हो रहा था। गलती से महिला और उसका बेटा इन्हीं तारों के पास पहुंच गए और करंट की चपेट में आ गए थे। स्वजन ने अभी तहरीर नहीं दी है। पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है।
- राम भवन सिंह, कोतवाली प्रभारी। अवैध रुप से केबिल लगा रखी थी। बिजली घर पर कोई शिकायत नहीं की है और न ही इसका कोई दस्तावेज उनके पास है। आरोप निराधार हैं।
-संजय कुमार, जेई ककोड़ बिजली घर।