किसानों को बर्बाद कर रही मोदी सरकार
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एवं अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसान मजदूर व व्यापारी विरोधी कृषि कानून के खिलाफ गांव मामऊ में सभा का आयोजन किया। जिसमें किसान सभा केंद्रीय कमेटी सदस्य कामरेड डीपी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली है।
जेएनएन, बुलंदशहर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एवं अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसान, मजदूर व व्यापारी विरोधी कृषि कानून के खिलाफ गांव मामऊ में सभा का आयोजन किया। जिसमें किसान सभा केंद्रीय कमेटी सदस्य कामरेड डीपी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। नए कृषि कानून अंतत: किसानों की जमीनों को बड़े-बड़े पूंजीपतियों व विदेशी कंपनियों के लिए देने का ही रास्ता खोलते हैं। जिससे देश का किसान मजदूर, व्यापारी व उपभोक्ता तबाह हो जाएगा। कंपनियां मोटा मुनाफा बटोरेगी।
माकपा जिला सचिव चंद्रपाल सिंह ने कहा कि किसानों की मक्का, बाजरा, गेंहू आदि फसलों को लूट लिया गया है। चार हजार रुपये प्रति कुंतल बिकने वाला धान 1500-1600 रुपये प्रति कुंतल बिक रहा है। समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद के सरकारी दावे सिर्फ कागजों तक ही सिमट गए। जबकि फसलों की उत्पादन लागत बिजली, उर्वरक, डीजल, पेट्रोल कीटनाशक आदि के रेट कई गुनी बढ़ गई। चंद्रपाल सिंह ने कहा कि मोदी और योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ18 नवंबर 2020 को तहसील ब्लाक पर प्रदेश में प्रदर्शन किए जाएंगे। समस्याओं को लेकर किसान सभा करेगी धरना प्रदर्शन
संवाद सूत्र, औरंगाबाद: अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर गांव परवाना में बुधवार को किसान मजदूर व व्यापारी विरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ दर्जनभर गांवों के किसानों की पंचायत आहुत की गई। जिसमें दो घंटे चली पंचायत में 18 नवंबर को उपजिलाधिकारी स्याना के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने का फरामन सुनाया गया। पंचायत में परवान, ईलना, जड़ौल, सोंझाना झाया, टीकमपुरा, मथुरा नागल, अभयपुर आदि गांवों के किसानों ने भाग लिया। गांव परवाना में आयोजित किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान सभा के केंद्रीय कमेटी सदस्य कामरेड डीपी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। नए कृषि कानून अंतत: किसानों की जमीनों को बड़े बड़े पूंजीपतियों व विदेशी कंपनियों के लिए देने का ही रास्ता खोलते हैं। जिससे देश का किसान मजदूर, व्यापारी व उपभोक्ता तबाह हो जाएगा और कंपनियां मोटा मुनाफा बटोरेगी। पंचायत में नंदलाल पाठक, हरिदत्त माहुर, नत्थी सिंह, हरकेश सिंह, हरेंद्र सिंह, योगेंद्र पाल सिंह, उदयवीर सिंह, जगत सिंह, इंदर सिंह, बिजेंद्र सिंह, योगपाल सिंह आदि मौजूद रहे।