जान पर भारी पड़ सकती है लापरवाही
कोरोना की अभी कोई वैक्सीन नहीं है। वायरस की चेन बढ़ने और जान जाने का सिलसिला भी जारी है। इसलिए वायरस को हल्के में लेने की गलती ना करें। सावधानी और सतर्कता ही कोरोना से बचाव है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना की अभी कोई वैक्सीन नहीं है। वायरस की चेन बढ़ने और जान जाने का सिलसिला भी जारी है। इसलिए वायरस को हल्के में लेने की गलती ना करें। सावधानी और सतर्कता ही कोरोना से बचाव है। थोड़ी सी भी लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है। गाइडलाइन का पालन जरुर करें।
स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान भारत योजना के चिकित्सक डा. लवकुश शर्मा का कहना है कि लापरवाही के कारण कोरोना की चेन लगातार बढ़ रही है। जिले में अब तक चार हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 66 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी जिले में साढ़े तीन सौ से अधिक एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है। एक बात ध्यान रखें, कि कोरोना वायरस उड़कर लगने वाला नहीं है। ये ऐसा वायरस है जिसको व्यक्ति स्वयं लेकर आता है। कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सावधानियां बरतने की जरुरत है। संकल्प लें कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलेंगे। मास्क पहनकर ही निकलें। सैनिटाइजर का प्रयोग जरुर करें। भीड़ में जा रहे हैं तो शारीरिक दूरी का पालन जरुर करें। सैनिटाइजर ना हो तो साबुन से हाथ धोएं। बाहर निकलें तो कुछ खाकर ही निकलें। खाली पेट घर के बाहर ना जाएं। बुखार, खांसी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत या गले में दिक्कत हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खाने की थाली बदलें। भोजन में फल, दाल, हरी सब्जी, दूध, विटामिन सी वाले पदार्थो के साथ काढ़ा भी शामिल करें। घर के भीतर रहकर ही व्यायाम और योग भी करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी तो वायरस शरीर में प्रवेश नहीं करेगा।