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रोडवेज बस अड्डे पर दिव्यांगों के शौचालय पर लटका ताला

रोडवेज ने लाखों रुपये खर्च कर पुराना बस अड्डे की नई इमारत तैयार कराई है। यहां महिला पुरुषों और दिव्यांगों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। लेकिन दिव्यांगों के शौचालय पर ताला लटका हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 11:34 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:05 AM (IST)
रोडवेज बस अड्डे पर दिव्यांगों के शौचालय पर लटका ताला
रोडवेज बस अड्डे पर दिव्यांगों के शौचालय पर लटका ताला

बुलंदशहर, जेएनएन। रोडवेज ने लाखों रुपये खर्च कर पुराना बस अड्डे की नई इमारत तैयार कराई है। यहां महिला, पुरुषों और दिव्यांगों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। लेकिन दिव्यांगों के शौचालय पर ताला लटका हुआ है। इससे दिव्यांगों को ताला लटकने से इधर-उधर भटकना पड़ता है। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि दिव्यांगों के लिए शौचालय तो है, लेकिन इस तक पहुंचने के लिए रैंप नहीं बनवाई गई।

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बस अड्डों पर बने पूछताछ केंद्र से कर्मचारी गुम रहते हैं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। शिकायत के बाद भी अफसर अनजान हैं। बुलंदशहर डिपो से प्रतिदिन 110 बसों का संचालन किया जाता है। नगर में दो रोडवेज बस अड़्डे हैं। रोडवेज के पुराने बस अड्डे पर पर पूछताछ केंद्र से कर्मचारी अक्सर नदारद मिलते हैं।

नए बस अड्डे पर नहीं समय सारिणी

नई तहसील के समीप स्थित नए बस अड्डे पर विभाग ने बसों के आवागमन की समय सारिणी भी नहीं लगाई है। इससे यात्रियों को बस के बारे में जानकारी करने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।

इन्होंने कहा..

बस अड्डे से नदारद रहने वाले कर्मचारियों की जांच कराई जाएगी। वहीं, यदि शौचालय पर ताला लगा है तो उसका खुलवाया जाएगा।

-धीरज पंवार, एआरएम, बुलंदशहर डिपो


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