तहसील परिसर में लेखपालों ने शुरू किया धरना-प्रदर्शन
चरणबद्ध आंदोलन के बावजूद मांगों के संबंध में कार्रवाई न होने पर प्रांतीय आह्वान पर सिकंदराबाद लेखपालों ने तीन दिवसीय कलमबद्ध हड़ताल शुरू कर दी है।
बुलंदशहर, जेएनएन। चरणबद्ध आंदोलन के बावजूद मांगों के संबंध में कार्रवाई न होने पर प्रांतीय आह्वान पर सिकंदराबाद लेखपालों ने तीन दिवसीय कलमबद्ध हड़ताल शुरू कर दी है। मांगों के संबंध में शासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने पर बेमियादी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
शाखा के अध्यक्ष जितेश शर्मा ने बताया कि एसपीसी विसंगति, वेतन उच्चीकरण, पेंशन विसंगति, बाइक भत्ता पदोन्नति आदि आठ मांगों को लेकर शासन ने सहमति दी थी, लेकिन इसके बावजूद शासनादेश निर्गत नहीं हुआ। प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर दस अक्टूबर से पांच नंवबर तक चरणबद्ध आंदोलन किया गया। लेकिन शासन ने कोई सुनवाई नहीं, जिस कारण रिक्त चल रहे पदों के कारण अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे लेखपालों ने अतिरिक्त कार्य बंद कर दिया है और 19 नवंबर से बाइक भत्ता न मिलने पर अपने निजी व्यय से शासकीय कार्य बंद कर दिया है। जिससे शासकीय कार्य की गति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लेकिन अभी शासन ने लेखपालों की मांग पर कोई कदम नहीं उठाया है। प्रांतीय आह्वान पर मंगलवार से गुरुवार तक कलमबद्ध हड़ताल जारी रहेगी। इसके बाद 12 दिसंबर से जिला स्तर पर महा हड़ताल में लेखपाल शिरकत करेंगे। मांगों को लेखपालों ने नारेबाजी भी। मौके पर सचिव निहाल सिंह, नंदकिशोर, सुभाष राठी, सुभाष लोधी ने धरने को संबंधित किया। संचालन लेखा निरीक्षक घनश्याम सैनी ने किया। संवाद सूत्र, शिकारपुर: उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील शिकारपुर के लेखपालों ने कार्य बहिष्कार करते हुए अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता तहसील अध्यक्ष संतपाल सिंह तथा संचालन राजेंद्र भारती ने किया। समय सिंह, मोहम्मद आबिद, थान सिंह, रामबाबू शर्मा, अनूप शर्मा, राजेंद्र शर्मा, नीरज कुमार, जयवीर सिंह, नरेंद्र कुमार, दिनेश शर्मा, नरेंद्र सिंह, हरवंश सिंह, मुकेश शर्मा, अनिल कुमार, मुकेश कुमार, तेजवीर सिंह, रोहित कुमार, धर्मपाल सिंह, लियाकत अली आदि उपस्थित रहे।