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बड़े भूखंड बिक्री में बन रहे बाधा

विकास प्राधिकरण के लिए बड़े भूखंड सिरदर्द बने हुए हैं। लाख कवायद के बाद भी भूखंड बिक्री नहीं हो पा रहे हैं। कई बार नीलामी कराने के बाद भी एक दशक से अधिक समय से कोई खरीददार नहीं मिल पाया है। हालांकि कुछ बड़े भूखंड छोटे कर बिक्री की गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 11:40 PM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 11:40 PM (IST)
बड़े भूखंड बिक्री में बन रहे बाधा
बड़े भूखंड बिक्री में बन रहे बाधा

जेएनएन, बुलंदशहर। विकास प्राधिकरण के लिए बड़े भूखंड सिरदर्द बने हुए हैं। लाख कवायद के बाद भी भूखंड बिक्री नहीं हो पा रहे हैं। कई बार नीलामी कराने के बाद भी एक दशक से अधिक समय से कोई खरीददार नहीं मिल पाया है। हालांकि कुछ बड़े भूखंड छोटे कर बिक्री की गई है।

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प्राधिकरण ने एक दशक पहले गंगानगर आवासीय और टीपीनगर व्यवसायिक कालोनी विकसित की थी। इतना ही नहीं यमुनापुरम व गंगानगर तथा टीपीनगर में दर्जनों व्यवसायिक भूखंड की बिक्री नहीं हो पाई है। जिससे प्राधिकरण की लगभग 150 करोड़ रुपये से अधिक के भूखंड बिक्री का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों प्राधिकरण ने गंगानगर स्थित ग्रुप हाउसिग के बड़े भूखंड में छोट भूखंड बना उनको बेचने की योजना तैयार की है। वहीं टीपीनगर में भी एक बड़े भूखंड से छोटे-छोटे भूखंड तैयार बिक्री कर दिए हैं लेकिन अभी भी प्राधिकरण के पास 91 से अधिक भूखंडों की बिक्री नहीं हो पाई है। प्राधिकरण ने भूखंड की बिक्री के लिए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए टीपीनगर में क्षतिग्रत हो चुकी सड़कों का निर्माण कराया है। इससे भूखंड की बिक्री जल्द से जल्द हो सके।

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प्राधिकरण की संपत्ति पर एक नजर

टीपीनगर व गंगानगर समेत यमुनापुरम में व्यवसायिक भूखंड- 91

एमआइजी फ्लैट- 120

एलआइजी फ्लैट - 59

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इन्होंने कहा..

मास्टर प्लान के अनुपात का ध्यान रखते हुए व्यवसायिक भूखंडों को छोटा किया जाएगा। जिससे भूखंडों की बिक्री आसानी से हो सके।

- हर्षिता माथुर,उपाध्यक्ष प्राधिकरण

भारतीय मजदूर संघ की कार्यकारिणी निरस्त

संवाद सहयोगी, बुलंदशहर : भारतीय मजदूर संघ की बैठक सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता गाजियाबाद प्रमुख महावीर सिंह ने की। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से नवंबर माह तक भारतीय मजदूर संघ सरकारी विभागों में हो रहे निजीकरण का विरोध प्रदर्शन करेगी। बताया कि जनपद की कार्यकारिणी निरस्त कर दी गई है। जबकि 21 मार्च को अधिवेशन कराया जाएगा। इसमें सोनपाल सिंह प्रभारी और सहयोगी जगवीर सिंह, राजेंद्र सिंह, वेदपाल सिंह और विनोद सक्सेना होंगे।

मजदूरी न मिलने पर उपजिलाधिकारी से शिकायत

औद्योगिक क्षेत्र स्थित तेज सिंह कालोनी निवासी रवि, सतवीर, रमाकांत, हरेन्द्र, अनिल आदि ने बताया कि वह सभी किराए पर रहते हैं और औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में ठेकदार के पास मजदूरी करते थे। बताया कि बीते साल दिसंबर माह से 3 मार्च तक ठेकेदार ने उनसे मजदूरी करायी। आरोप है कि लगभग तीन माह से अधिक कार्य कराने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मजदूरों की मजदूरी नहीं दी गयी। बताया कि हर बार मजदूरी मांगने पर ठेकेदार टरकाता रहता है। इससे उनके परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। दुकानदार द्वारा उधारी का तगादा किया जा रहा है। पीड़ित लोगों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगायी है। उपजिलाधिकारी ने पीड़ित लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


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