नालों की अनियमितताओं की जांच शुरू
जल निगम द्वारा बनाए जा रहे साढ़े पांच करोड़ रुपये की लागत के तीन नालों की जांच शुरू हो गई है। इसको लेकर ठेकेदार से लेकर कार्यदायी संस्था के अधिकारियों तक में खलबली मची है। नाला निर्माण की लगातार शिकायतें हुई और आरटीआइ भी लगाकर जवाब मांगा गया था।
बुलंदशहर, जेएनएन। जल निगम द्वारा बनाए जा रहे साढ़े पांच करोड़ रुपये की लागत के तीन नालों की जांच शुरू हो गई है। इसको लेकर ठेकेदार से लेकर कार्यदायी संस्था के अधिकारियों तक में खलबली मची है। नाला निर्माण की लगातार शिकायतें हुई और आरटीआइ भी लगाकर जवाब मांगा गया था।
शहर में नगरपालिका के तीन बड़े नाले जलनिगम द्वारा बनाए जा रहे हैं। इनमें चांदपुर रोड का नाला, डीएम रोड का नाला और डीएवी तिराहे वाले नाला निर्माण का काम जलनिगम को दिया गया है। जल निगम के ठेकेदार नालों का निर्माण कर रहे हैं। नाला निर्माण शुरू होने के बाद से ही मानकों को लेकर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए। शहर के मोहल्ला सरायधारी निवासी सीबी मित्तल ने नाला निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आरटीआइ भी लगाई, लेकिन जल निगम के अफसरों ने सूचना अधिकारी के तहत कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद प्रशासन के पास शिकायत पहुंची। एडीएम प्रशासन ने सिटी मजिस्ट्रेट, ईओ और विकास प्राधिकरण के अधिशासी अधिकारी की एक कमेटी बनाकर जांच करने के आदेश दिए थे। जांच अब शुरू हो गई है। नाला निर्माण की जांच शुरू होते ही जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों में खलबली मची है। जल निगम के सूत्रों और पालिका ईओ का कहना है कि नाला निर्माण में सरिया और सीमेंट दोनों मानक के अनुरूप नहीं लगाए जा रहे हैं। जल निगम एक्सईएन एसके शर्मा का कहना है कि हर तरह की जांच में सहयोग करेंगे। ईओ निहालचंद का कहना है कि नाला मानक विहीन बने तो पेमेंट रोका जाएगा।