प्रदेश सरकार के बजट से संजीवनी मिलने की आस
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से पाटरी कारोबारियों को निराशा हाथ लगी थी। अब उद्यमियों को प्रदेश सरकार के बजट से राहत मिलने की आस लगी हुई है। कारोबारी आज पेश होने वाले बजट से काफी कुछ मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से पाटरी कारोबारियों को निराशा हाथ लगी थी। अब उद्यमियों को प्रदेश सरकार के बजट से राहत मिलने की आस लगी हुई है। कारोबारी आज पेश होने वाले बजट से काफी कुछ मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
खुर्जा की पाटरी कारीगरी की दुनिया दीवानी है। यहीं कारण है कि पाटरी उद्योग के लिए खुर्जा देशभर और विदेशों में भी अलग पहचान रखता है। फिर भी यहां के उद्योग को ऊंची उड़ान भरने के लिए सरकार मदद की दरकार है, लेकिन कारोबारियों द्वारा कई मांग पिछले वर्षों से लगातार सरकार से की जा रही है। जिसके बावजूद भी कारोबारियों की तरफ सरकार का ध्यान नहीं है। यहीं कारण है कि उद्योग ऊहापोह की स्थिति में है। बीते दिनों केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में उद्योग को दरकिनार किय गया था। अब प्रदेश सरकार के बजट से राहत मिलने की आस कारोबारी लगाए बैठे हैं। ऐसे में कारोबारियों का ध्यान प्रदेश सरकार के बजट की तरफ केंद्रित है। कारोबारियों को उम्मीद है कि शायद प्रदेश सरकार के इस बार बजट में पॉटरी उद्योग के अच्छे दिन लाने वाले हैं। उन्हें ओडीओपी के तहत राहत पैकेज मिलने की आस लगी है। बोले कारोबारी..
गुजरात में भी पाटरी उद्योग है। जिसको वहां की सरकार बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराती है। ठीक उसी प्रकार खुर्जा के पॉटरी उद्योग को भी बढ़ावा देने की दिशा में प्रदेश सरकार को सब्सिडी समेत अन्य व्यवस्थाओं की तरफ बजट में ध्यान देने की जरूरत है।
-संजय गुप्ता रामा, सचिव खुर्जा पाटरी मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन। पाटरी उद्योग एक जिला एक उत्पाद योजना में है। ऐसे में योजना के तहत राहत मिलने की आस बंधी थी, लेकिन चयनित होने के तीन वर्ष बाद भी राहत पैकेज नहीं मिल सका। इस बजट में राहत पैकेज की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए।
-अंशुल, पाटरी कारोबारी।