गुलावठी बाइपास निर्माण ने पकड़ी रफ्तार, रूट डायवर्ट
शीघ्र बुलंदशहर-मेरठ मार्ग पर जाम से निजात मिलने वाली है। एनएच 235 के फोरलेन रोड निर्माण के बाद गुलावठी बाइपास ने गति पकड़ ली है।
सिकंदराबाद : शीघ्र बुलंदशहर-मेरठ मार्ग पर जाम से निजात मिलने वाली है। एनएच 235 के फोरलेन रोड निर्माण के बाद गुलावठी बाइपास ने गति पकड़ ली है। युद्ध स्तर पर मिट्टी भराव के साथ दो प्रमुख मार्ग पर अंडरपास का काम शुरू हो गया है।
बुलंदशहर से मेरठ सेक्शन का एनएच 235 का कार्य इन दिनों युद्धस्तर पर जारी है। फोरलेन एनएच पर गुलावठी, हापुड़, कैली, खरखौदा व फफूंडा में पांच स्थानों पर बाइपास बनने हैं। जिसमें कैली, खरखौदा व फफूंडा गांव में काम शुरू हो गया था, लेकिन गुलावठी में मुआवजा संबंधी विवाद को लेकर काम शुरू नहीं हो पाया था। लेकिन प्रशासन द्वारा किसानों के बीच सहमति बनने पर अब गुलावठी बाइपास का निर्माण शुरू हो गया है। सात किमी लंबा बाइपास बुलंदशहर एनएच से गांव मिठ्ठेपुर से पहले निकलने के बाद सिकंदराबाद-गुलावठी मार्ग, गुलावठी-धौलाना मार्ग समेत कई गांवों से होकर गुजरेगा और गुलावठी नगर को छोड़कर बाइपास हापुड़ जनपद की सीमा पर निकलने के बाद मुख्य मार्ग में शामिल होगा। बाइपास निर्माण के लिए जहां मिट्टी भराई काम शुरू हो गया है, वहीं सिकंदराबाद गुलावठी मार्ग के साथ गुलावठी-धौलाना मार्ग पर अंडरपास के निर्माण ने भी गति पकड़ ली है। कार्यदायी संस्था द्वारा अंडरपास के लिए सिकंदराबाद मार्ग पर देवली गांव व धौलाना मार्ग पर छज्जूपुर-सिरौंधन के बीच पैलेंथ बनाने के लिए मार्ग का रूट डायवर्जन किया है। छह माह में कार्य पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित है। बाइपास बनने से जहां गुलावठी को जाम से मुक्ति मिलेगी,वहीं बुलंदशहर रूट पर जाने वाले वाहनों को राहत मिलेगी।
इन गांवों से गुजरेगा बाइपास
गुलावठी क्षेत्र के गांव सेगापीर से शुरू होने के बाद बाइपास मिट्ठेपुर, भंवरा, देवली, नत्थूगढ़ी होने के बाद हापुड़ जनपद के सिरौंधन, छज्जपुर के बाद मोड़ी कलां होकर गुजरेगा।