साढ़े तीन सौ दो, दो हजार का नोट लो
जागरण संवाददाता बुलंदशहर : दीवाली के लिए बाजार सज चुके हैं। इस साल बाजार में सोने के पानी
जागरण संवाददाता बुलंदशहर :
दीवाली के लिए बाजार सज चुके हैं। इस साल बाजार में सोने के पानी वाले ताश के पत्ते व चांदी से निर्मित दो हजार का नोट लोगों का ध्यान खींच रहा है। किफायती दाम में उपलब्ध होने के कारण भी लोग इसे पसंद कर रहे हैं। दो हजार के नोट पर गांधीजी, गणेश व लक्ष्मी जी की फोटो अंकित है।
दीवाली पर्व पर प्रत्येक कंपनी या संस्था अपने शुभचिंतकों और कर्मियों को उपहार देती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए सर्राफा कारोबारियों ने चांदी से निर्मित दो हजार रुपये का नोट बनाया है। अमित गोविल, ¨रकू अग्रवाल, अजय वर्मा, प्रदीप बंसल आदि ज्वैलर्स ने बताया कि समाज का हर तबका चांदी से बने नोट को आसानी से खरीद सके, इसलिए एक नोट की कीमत मात्र 350 रुपये है। उन्होंने बताया कि हालांकि अभी दिवाली पर्व में कई दिन शेष हैं, लेकिन नोट आकर्षक होने के कारण बिक्री खूब हो रही है।
दो हजार के आम नोट पर गांधीजी की तस्वीर सबको लुभाती है, लेकिन चांदी से बने नोट पर गणेशजी व लक्ष्मी जी की फोटो इसके प्रति आस्था पैदा कर रही है। दिवाली पर्व पर लक्ष्मी जी की विशेष पूजा होने से इस नोट की अहमियत और बढ़ गई है।
ताश के पत्ते भी बने चर्चा
दीवाली पर ताश के शौकीनों को लुभाने के लिए सोने के पत्ते से निर्मित गड्डी भी बाजार में है। कई दिनों से यह गड्डी खूब बिक रही हैं। इसकी कीमत एक हजार से डेढ़ हजार रुपये तक है।