इंग्लैंड में 20 लाख रुपये सालाना की नौकरी छोड़ गांव में खोला बकरी फार्म, मंत्री ने ‘बकरी पंडित’की उपाधि से नवाजा Bulandshahr News
इंग्लैंड में 20 लाख रुपये सालाना पाने वाले युवक ने नौकरी छोड़कर अपने गांव में बकरी फार्म शुरू किया। 10 बकरियों से शुरू हुआ यह सफर आज 1.7 करोड़ टर्नओवर का बड़ा कारोबार बन चुका है।
बुलंदशहर, [राजू मलिक]। इंग्लैंड में अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर स्वदेश लौटना कई लोगों को अजीब लग सकता है। क्योंकि अधिकतर युवाओं की हसरत होती है विदेश में जाकर पढ़ें, वहीं नौकरी करें। लेकिन मुनेंद्र सिंह उनमें से नहीं थे। मुनेंद्र ने अच्छी कंपनी में मैनेजर का पद और 20 लाख सालाना की नौकरी छोड़कर गांव में बकरी पालन शुरू कर दिया। 10 बकरियों से शुरू हुआ यह सफर आज 1.7 करोड़ टर्नओवर का बड़ा कारोबार बन चुका है। इतना ही नहीं प्रदेश के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने मुनेंद्र के बिजनेस मॉडल की सराहना करते हुए उन्हें ‘बकरी पंडित’ की उपाधि से भी नवाजा है।
डबल एमबीए किया है
अगौता ब्लॉक के सेगली गांव निवासी मुनेंद्र सिंह ने एमिटी यूनिवर्सिटी और इंग्लैंड की पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी से एमबीए की शिक्षा ग्रहण की। डबल एमबीए करके इन्होंने इंग्लैंड के ऑक्सफोर्डशायर स्थित बिसेस्टर गोल्फ क्लब में मैनेजर के पद पर नौकरी की। 20 लाख रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज भी इन्हें रोक नहीं सका। कुछ अलग करने की चाह इन्हें स्वदेश खींच लाई। यहां इन्होंने नए व्यापार के लिए कई प्रोजेक्ट तैयार किए लेकिन आखिर में बकरी पालन को चुना। इन्होंने सरकारी व निजी संस्थान से बकरी पालन का प्रशिक्षण भी लिया।
मांस नहीं, ब्रीड बेचते हैं
मुनेंद्र सिंह बताते हैं कि वह बकरी पालन का व्यवसाय मांस बेचने के लिए नहीं बल्कि नस्लवार प्योर ब्रीड तैयार करने के लिए करते हैं। उन्होंने 2016 में 30 हजार रुपये की पूंजी लगाकर आठ बकरी और दो बकरों के साथ फार्म शुरू किया। आज फार्म में 270 बकरे-बकरियां हैं। अलवर से झकराना ब्रीड, राजस्थान से सोजस, मुरादाबाद से बरबरी, अमृतसर से बीटल और चंबल व भिंड से जमुनापारी ब्रीड एकत्र की गई है। फार्म में बकरों की एक दर्जन ब्रीड हैं।
पहले भी हुआ सम्मान
प्रदेश के दुग्ध विकास, पशुधन और मत्स्य विभाग के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुनेंद्र सिंह को ‘बकरी पंडित’ की उपाधि से नवाजा। इसके साथ ही कुक्कुट विभाग भी इनका सम्मान कर चुका है। बकरी पालन के लिए राज्य सरकार प्रदेशभर से चयनित जागरूक किसानों को इनके फार्म का भ्रमण कराती है।
इनका कहना है
सेगली गांव प्रदेशभर में प्योर ब्रीड बकरा फार्म के लिए प्रसिद्ध है। लखनऊ से आई विभाग की टीम ने गत दिनों ही इस फार्म का भ्रमण किया। यह जिले के लिए गौरव की बात है।
- डा. चंद्रवीर सिंह, पशु चिकित्सक