सीएम के बोर्ड पर बेटी की गांधीगिरी, खाकी में हड़कंप
थाना रामघाट परिसर में एक शौचालय के सामने रखे योगी आदित्यनाथ के बोर्ड को एक युवती ने अपने दुप्पटे से साफ किया। इसके बाद बोर्ड उठाकर थाना प्रभारी के कक्ष में रखा। इस घटना की वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। मामले की वीडियो वायरल होने से पुलिस महकमें में हड़कंप मचा है और एसएसपी ने मामले की जांच की जांच सीओ डिबाई को सौंपी है।
जेएनएन, बुलंदशहर। थाना रामघाट परिसर में एक शौचालय के सामने रखे योगी आदित्यनाथ के बोर्ड को एक युवती ने अपने दुप्पटे से साफ किया। इसके बाद बोर्ड उठाकर थाना प्रभारी के कक्ष में रखा। इस घटना की वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। मामले की वीडियो वायरल होने से पुलिस महकमें में हड़कंप मचा है और एसएसपी ने मामले की जांच की जांच सीओ डिबाई को सौंपी है।
थाना रामघाट क्षेत्र गांव विजय नंगलिया निवासी 27 वर्षीय डिपल लोधी किसी मामले को लेकर गुरुवार को थाने पहुंची। जहां योगी आदित्यनाथ का वह बोर्ड जिस पर लिखा था कि थाने में आपकी सुनवाई नहीं हो रही है तो टोल फ्री नंबर 1092 पर शिकायत दर्ज कराएं। थाना परिसर में शौचालय के बाहर नाली के पास रखा था। डिपल का कहना है कि बोर्ड पर तंबाखू की पीक भी लगी थी। इस बोर्ड को डिंपल ने अपने दुपट्टे से साफ किया और उसे उठाकर थाना प्रभारी विरेंद्र यादव के कार्यालय में रख दिया। साथ ही युवती ने थाना प्रभारी पर जनता के साथ इंसाफ न करने और महापुरुषों के बोर्ड का अपमान करने का आरोप लगाया।
यह था विवाद
डिपल का छोटा भाई राजू लोधी ने एक युवक को जनरेटर 500 रुपये प्रतिदिन किराये पर दिया है। उसके 26 हजार रुपये बकाया हैं। युवक के खिलाफ छोटे भाई को लेकर थाने में तहरीर देने पहुंची तो मुख्यमंत्री के बोर्ड पर नजर पड़ी। जिस पर उसने मामले की वीडियो बनाई और वायरल की।
इन्होंने कहा..
प्रदेश के मुखिया के बोर्ड का निरादर नहीं किया गया है। दो दिन से थाना परिसर में सफाई कार्य चल रहा था, बोर्ड दीवार के सहारे रखा गया था। जिसे अब थाना परिसर में ससम्मान लगवा दिया गया है। युवती थाने में पैसों के विवाद की तहरीर लेकर पहुंची थी। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को बुलाया था। मामले की जांच सीओ डिबाई को सौंपी गई है।
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।