लाकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को भोजन व पानी देकर की सेवा
लाकडाउन में तमाम प्रवासी मजदूरों ने कष्ट उठाए तो कुछ लोगों ने दुआएं भी खूब कमाई। ऐसे लोगों में शहर के मोहल्ला साठा वैद्य जी वाली गली निवासी सौरभ गोयल भी हैं। लाकडाउन में दुकान बंद हुई तो श्री श्याम मित्र मंडल के मीडिया प्रभारी सौरभ गोयल गरीब बेसहारा और प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए घर से निकल पड़े।
बुलंदशहर, जेएनएन। लाकडाउन में तमाम प्रवासी मजदूरों ने कष्ट उठाए तो कुछ लोगों ने दुआएं भी खूब कमाई। ऐसे लोगों में शहर के मोहल्ला साठा वैद्य जी वाली गली निवासी सौरभ गोयल भी हैं। लाकडाउन में दुकान बंद हुई तो श्री श्याम मित्र मंडल के मीडिया प्रभारी सौरभ गोयल गरीब, बेसहारा और प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए घर से निकल पड़े।
इन्होंने बताया कि 24 मार्च को देश में लाकडाउन लगा तो दुकान पर ताला डल गया। इसके बाद चार दिन घर में रहे और टेलीविजन के सहारे समय बीता। खबरों से जानकारी मिली कि प्रवासी श्रमिक गर्मी के मौसम में पैदल चल रहे हैं। तभी मन में विचार आया कि घर बैठने से अच्छा है कि जनसेवा की जाए। प्रवासी श्रमिकों की सेवा के लिए घर से निकले तो परिजन और पत्नी कोरोना की चिता के चलते रोकने लगे। इस पर इन्होंने परिजनों को समझाया कि मानवता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है। इसके बाद सरकार द्वारा जारी किए गए कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए वह घर से निकले। अप्रैल, मई और जून माह तक जिले से गुजरने वाले प्रवासी श्रमिकों को भोजन व पानी दिया। जिन श्रमिकों के पैरों में छाले पड़ गए थे उनकी मरहम पट्टी की। कई लोगों के पास स्नान के बाद बदन पोंछने के लिए तौलिया तक नहीं था। वहीं, कई लोगों को अपने वाहन पर बैठाकर बस अड्डे तक पहुंचाया। सौरभ गोयल ने बताया कि इस दौरान उन्हाेंने एक हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों की सेवा कर दुआएं कमाई है।